मणिमहेश छड़ी यात्रा चंबा के श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा से इन रोज निकलेगी
मणिमहेश छड़ी यात्रा चंबा के श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा से 16 सितंबर को पवित्र मणिमहेश छड़ी रवाना होगी। मणिमहेश न्हौण(स्नान) के दिन डल झील में डुबकी लगाएगी।
मणिमहेश छड़ी यात्रा चंबा के श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा से 16 सितंबर को पवित्र मणिमहेश छड़ी रवाना होगी। मणिमहेश न्हौण(स्नान) के दिन डल झील में डुबकी लगाएगी।
चंबा की प्राचीन लोक संस्कृति का आईना ऐतिहासिक छतराडी जातर मेला काे राज्यस्तरीय दर्जा देने की मांग उठी। महिला व युवक मंडलों ने सरकार से मांग की।
मणिमहेश डल झील में जन्माष्टमी पर 7 हजार शिव भक्तों ने डुबकी लगाई। 3 सितंबर से आज दोपहर तक मणिमहेश डल झील पर 25 हजार श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।
मणिमहेश यात्रा में एनडीआरएफ सहित 4 अन्य संस्थाओं के जवान हड़सर व मणिमहेश डल झील तक मोर्चा संभालेंगे। एसडीआरएफ, पर्वतारोहण, पुलिस व होमगार्ड भी तैनात।
भरमौर प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा की समीक्षा बैठक में एडीसी नवीन तंवर ने यह साफ कर दिया है कि यात्रा के दौरान ये गतिविधियों पर पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगी।
भरमौर उपमंडल मुख्यालय में मणिमहेश यात्रा-2023 को लेकर बैठक आयोजित हुई। हड़सर से डल झील के बीच पैदल मार्ग पर पहली बार व्यवस्था होगी-एडीसी तंवर बोले।
भारत की प्रसिद्ध 5 कैलाश में श्री मणिमहेश कैलाश का नाम शामिल। श्री मणिमहेश यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हर वर्ष बढ़ रही।
श्री मणिमहेश यात्रा व्यव्स्था को पुख्ता बनाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने निर्देश दिए।
उत्तरी भारत की प्रसिद्ध श्री मणिमहेश यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से 20 रुपए पंजीकरण शुल्क लिया जाएगा। डीसी अपूर्व देवगन की अध्यक्षता में यह फैसला लिया गया।
चंबा में ईद उल-अज़हा का त्योहार धूमधाम से मनाया। ऐतिहासिक चंबा चौगान में नमाज अता की।
प्रदेश सरकार ई-वाहन खरीदारी पर सरकार 50 % उपदान दे रही। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह खुक्खू शिमला में संत निरंकारी मिशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोले।
चंबा प्राचीन लोक संस्कृति, ऐतिहासिक मंदिरों व मेलों के लिए विश्व विख्यात है। सूही मेला भी इसमें शामिल है। महिला प्रधान यह मेला तीन दिनों तक चलता है।
पर्यटन विभाग मणिमहेश यात्रा के लिए ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है जिससे महज 7 मिनट में भरमौर-मणिमहेश की दूरी तय होगी।
प्राचीन धार्मिक परंपरा का जिला मुख्यालय के मुख्य चौराहे में आयोजन हुआ।
साधुओं की टोली की अगुवाई में निकली पवित्र छड़ी यात्रा अपने पांचवें पड़ाव पर पहुंची।
छड़ी मुबारक चंबा के दशनाम जूना अखाड़ा से 26 अगस्त को होगी रवाना।
भरमौर प्रशासन ने संचूई के पुजारियों व चेलो से संपर्क साधा।
लोगों ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया।
चंबा विधायक बोले ऐसा करना संभव नहीं।
मृतकों सहित एक घायल हिमाचली तो एक पंजाब के इस जिला का रहने वाला।