निजी स्वार्थ सिद्धी वाले भाजपाईयों की नींद हुई हराम
भाजपा के नये जिलाध्यक्ष् बनते ही स्वार्थ सिद्धी से जुड़े भाजपा नेताओं व पदाधिकारियों को अपनी जमीन खिसकने का डर सताने लगा है। इसी के चलते कुछ पदाधिकारी त्यागपत्र के नाम पर हाईकमान पर दबाव बनाने लगे हैं तो कुछ अपना राजनैतिक भविष्य तलाशनें में जुट गए हैं।