चंबा,( विनोद ): चंबा का भूरि सिंह पावर हाऊस ऐतिहासिक धरोहर है, लेकिन वर्तमान में इसकी हालत बेहद खस्ता है। ऐसे में हिमाचल सरकार तुरंत इसकी सुध ले तो साथ ही इसका निजीकरण समाप्त कर पुन: बिजली बोर्ड के सपुर्द करे।
हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड़ इंप्लाईज यूनियन चंबा ने सदर विधायक नीरज नैयर के साथ भेंट कर बोर्ड से संबन्धित विभिन्न ज्वलंत विषयों बारे चर्चा की तो साथ ही पद्मश्री कैलाश चंद पावर हाऊस व ऐतिहासिक धरोहर भूरी सिंह पावर हाऊस की खस्ता हालत को ब्यां करते हुए यह बात कही।
यूनियन के पदाधिकारी अनिल वर्मा की अगुवाई में कांग्रेस विधायक से मिले प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि अफसोस की बात है कि पद्मश्री कैलाश चंद पावर हाऊस लंबे समय से बंद पड़ा है। इसका आधारभूत ढांचा पूरी तरह से ठीक है तो इसकी टनल भी ठीक है।
हिमाचल सरकार बिजली बोर्ड को इसके सुध लेते हुए उसका जीर्णोधार करके पुन: चालू करने के आदेश दे ताकि हिमाचल बिजली बोर्ड व जिला चंबा को देशभर में गौरवांवित करवाने वाले पद्मश्री कैलाश चंद महाजन के नाम पर बना यह पावर हाऊस उपेक्षा का शिकार न बने।
यूनियन ने विधायक को बताया कि रियासती काल में चंबा को रोशन करने वाला ऐतिहासिक धरोहर की सूची में शुमार भूरि सिंह पावर हाऊस की हालत भी दयनीय है। चंबा की धरोहर को निजी हाथों में सौंपा गया है जिसे सरकार वापिस ले। यहीं नहीं दो टर्बाइन वाले इस पावर हाऊस की वर्तमान में एक ही टर्बाइन चल रही है। चंबा के इस ऐतिहासिक धरोहर की तुरंत सुध ली जाए।
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प्रतिनिधि मंडल ने चंबा विधायक के समक्ष यूनियन की मांगों को भी रखा। यूनियन अध्यक्ष चंबा दरवारी लाल ने बताया कि विधायक नीरज नैयर ने प्रतिनिधिमंडल से बहुत ही सार्थक बातचीत की तथा कर्मचारी प्रतिनिधियों की मांग पर सार्थक व उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
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इस प्रतिनिधिमंडल में अनिल वर्मा के अलावा यूनीयन के राज्य संयुक्त सचिव मुकेश कुमार, चंबा यूनिट के प्रधान दरवारी लाल, अनिल कुमार शर्मा, चमन लाल, राम शरण, विक्रम सहित यूनियन के अन्य पदाधिकारी व सदस्य शामिल रहे।