हिमाचल cm ने केंद्र से पशुधन बीमा योजना के 15 करोड़ मांगें, केंद्रीय मंत्री के समक्ष उठाया मामला

शिमला, ( ब्यूरो ): हिमाचल cm इन दिनों दिल्ली दौरे पर है और शुक्रवार को अपने इस कार्यक्रम के तहत उन्होंने केंद्र से पशुधन बीमा योजना के 15 करोड़ मांगें। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नई दिल्ली में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला से भेंट की।

 

केंद्रीय मंत्री से इस मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में दुग्ध उत्पादन क्षेत्र को राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम (एनपीडीडी) के तहत वृहद स्तर पर सुदृढ़ किया जाएगा ताकि हिमाचल, देश का दुग्ध उत्पादक राज्य बनकर उभरे। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्रीय मंत्री से राज्य के लिए अभिशीतन, परिवहन और डेयरी उत्पादों से संबंधित एक समग्र डेयरी परियोजना का आग्रह किया।

 

 

ये भी पढ़ें: दिल्ली में धरे बंटी-बबली।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों में दुग्ध एकत्रीकरण के बाद शंकुल (क्लस्टर) स्तर पर चिलिंग प्वाइंट स्थापित किये जायेंगे। इन चिलिंग प्वाइंट्स से प्रशितित (रेफ्रिजरेटिड) दुग्ध वाहन के माध्यम से दूध को जिला स्तर पर स्थापित मुख्य संयंत्र तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक तकनीक से विभिन्न दुग्ध उत्पाद तैयार करने पर विशेष बल दिया जाएगा ताकि किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके।

 

ये भी पढ़ें: कार में चरस लेकर जा रहें थे पुलिस ने धर दबौचा।

 

उन्होंने कहा कि प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों सहकारी क्षेत्र के प्रबंधन कौशल की बारीकियां सीखने के लिए गुजरात भ्रमण पर भेजा जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहा कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात इस परियोजना के लिए धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी।

 

ये भी पढ़ें- दुकान की आड़ में चला रहा था नशे का धंधा, धरा गया।

 

 ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केन्द्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि प्रदेश की लगभग 90 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में पशुपालन और दुग्ध व्यवसाय महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री के समक्ष पशुधन बीमा योजना के तहत राज्य को लगभग 15 करोड़ रुपये की लंबित राशि जारी करने का मामला भी उठाया।

 

ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री ने भाजपा पर हमला बोला।

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *