सलूणी, ( दिनेश राणा ) : जिला चंबा के 9 गांवों की बत्ती गुल हुए 4 दिन बीत चुके हैं लेकिन राज्य विद्युत बोर्ड ने कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है। बिजली ट्रांसफार्मर ठप्प पड़ा हुआ है और बोर्ड इसकी सुध लेने की जहमत नहीं उठा रहा है। यही वजह है कि अब इन गांवों में रहने वाले लोगों में रोष पैदा हो रहा है।
6 माह के 15 बार हो चुकी है रिपेयर
जिला चंबा के डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाली ग्राम पंचायत करवाल के 9 गांव अंधेरे में डूबे हुए है। ग्रामीणों का कहना है कि यह पहला मौका नहीं है जब उन्हें इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बीते 6 माह के दौरान इस प्रकार की स्थिति का यह ग्रामीण करीब 15 बार सामना कर चुके है। ऐसे में लोगों में विद्युत बोर्ड के खिलाफ रोष पैदा होने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि हर बार बोर्ड इस बिजली ट्रांसफार्मर की रिपेयर करके ही काम चलाता आया है।
ये भी पढ़ें: खाई में गिरकर युवक की मौत।
यह है प्रभावित गांव
करवाल पंचायत के मुडाई में लगा बिजली का ट्रांसफार्मर बार-बार खराब हो रहा है और बिजली बोर्ड उसे बदलने की बजाए हर बार उसे रिपेयर करके काम चला रहा है। बिजली बोर्ड की यह काम चलाऊ नीति लोगों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। जिसका प्रमाण करवाल पंचायत का गांव संधवार-1, संधवार-2, इसलेई, बलौठी, मुंडाई, तलाई, तोलेरण, डोल व नगाली है।
ये भी पढ़ें: मौत यहां खिंच लाई।
ग्रामीणों ने कहा कि हैरान करने वाली बात है कि प्रदेश सरकार व्यवस्था बदलने की बात तो कर रही है लेकिन करवाल पंचायत में बोर्ड की यह काम चलाऊ व्यवस्था कब बदलेगी यह बताने में बोर्ड खुद को असहज पा रहा है। ग्रामीणों में चनालू राम, हरिश कुमार, हंसराज, चैन लाल, दर्शन कुमार, सुभाष कुमार आदि ने बोर्ड से शीघ्र इस काम चलाऊ नीति से करवाल को निजात दिलाने की मांग की।
ये भी पढ़ें: वीरवार को यहां रोष प्रदर्शन करेंगे पंचायत प्रतिनिधि।
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो उपरोक्त गांवों के लोग सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। ग्रामीणों का कहना है कि बोर्ड बिजली बिल चुकता नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने या फिर जुर्माना डालने में देरी नहीं लगाता है लेकिन अपने उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा मुहैया करवाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है।