भरमौर, ( ममता ठाकुर ): हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र भरमौर की बदहाल शिक्षा व्यवस्था का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां के एक स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों को कड़ाके की ठंड के बीच अढाई घंटे तक स्कूल खुलने का इंतजार करना पड़ा। मामला शिक्षा विभाग तक पहुंचा तो दोपहर को बंद स्कूल को खुलवाया गया।
उधर इस मामले की वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने से शिक्षा विभाग के साथ भरमौर प्रशासन की हरकत में आ गया है। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच करने और जिम्मेवार अध्यापक व अन्य स्टॉफ के खिलाफ प्रभावी कदम उठाने की बात कही।
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जानकारी के अनुसार भरमौर उपमंडल के दायरे में आने वाली केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला कुठार में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चे स्कूल खुलने के निर्धारित समय पर स्कूल पहुंचे तो स्कूल बंद था। इस स्कूल में पढ़ने वाले नन्हें बच्चों को करीब अढ़ाई घंटे तक कड़ाके की ठंड के बीच स्कूल खुलने का इंतजार करना पड़ा।
जब यह बच्चे स्कूल खुलने का इंतजार कर रहें थे तो एक अभिभावक ने वहां पहुंच कर इस स्कूल की व्यवस्था का social media पर वीडियो वायरल किया। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि स्कूल बंद पड़ा है और स्कूल के दरवाज के बाहर बच्चे खड़े होकर स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे है।
यही नहीं स्कूल के चारों तरफ फैला कूड़ा-कर्कट स्कूल की चरमराई सफाई व्यवस्था की भी पोल खोलती नजर आई। स्कूल में तैनात अध्यापक व अन्य स्टाफ समय पर क्यों नहीं पहुंचा इस बारे में किसी को काई जानकारी नहीं थी।
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गौरतलब है कि जिला के दूरस्थ क्षेत्रों में निजी स्कूल नहीं होने के चलते न चाहते हुए भी अभिभावकों को सरकारी स्कूल व्यवस्था पर अपने बच्चों का भविष्य सवारने की उम्मीद बनी रहती है लेकिन इस तरह की सरकारी स्कूली शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल लगा देते है। शायद यही वजह है कि सरकारी स्कूलों के मुकाबले अभिभावकों में निजी स्कूलों की तरफ अधिक रुझान बढ़ रहा है।
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इस पूरे मामले बारे एडीएम भरमौर नरेंद्र कुमार चौहान का कहना है कि यह मामला उनके ध्यान में लाया गया है जिसके चलते वह इस पूरे मामले की जांच करने के लिए संबन्धित विभाग को निर्देश जारी करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी डियूटी से गैरहाजिर पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।