वीरभद्र के बाद कांग्रेस का नया चेहरा कौन?
वीरभद्र के निधन के बाद पार्टी हाईकमान के समक्ष विकट स्थिति बनी
चंबा, 9 जुलाई (विनोद): पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह के निधन के साथ ही कांग्रेस ने हिमाचल में अपना चेहरा खो दिया है। ऐसे में पार्टी को अब जल्द अपना नया चेहरा घोषित करना होगा।
वीरभद्र की मृत्यु के रूप में प्रदेश की राजनीति में जो एक शुन्य की स्थिति पैदा हुई है उनकी भरपाई तो कभी नहीं हो सकती है लेकिन कांग्रेस के समक्ष पार्टी का एक नया चेहरा तलाशने की विकट स्थिति जरुर पैदा हो गई है।
वीरभद्र सिंह के निधन के साथ ही अब प्रदेश की चार विधानसभा सीटें खाली हो गई हैं। जिनके लिए उपचुनाव होंगे तो साथ ही एक संसदीय सीट मंडी पर भी उपचुनाव होने तय है। ऐसे में कांग्रेस के लिए एक साथ कई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।
इतना जरुर है कि अगर कांग्रेस हाईकमान दूर की सोचे तो ये उपचुनाव उसके द्वारा तलाशें जाने वाले नये चेहरे की लोकप्रियता को जांचने का अवसर हो सकता है।
वीरभद्र सिंह के अंतिम संस्कार रस्म प्रक्रिया पूरी होने से पूर्व भले यह बात कुछ लोगों के गले न उतरे लेकिन एक बात तो तय है कि चंद दिनों के बाद प्रत्येक राजनैतिक दल व राजनीति के पंडित इस...