डोडा, भद्रवाह व किश्तवाड़ के मणिमहेश यात्रियों ने व्यवस्था के दावों की पोल खोली
मणिमहेश यात्रा प्रबंध से नाखुश जम्मू के शिव भक्त यात्रा व्यवस्था से निराश व हताश नजर आए।भद्रवाह,डोडा व किश्वताड के श्रद्धालुओं ने दावाें काे खोखला बताया।
मणिमहेश यात्रा प्रबंध से नाखुश जम्मू के शिव भक्त यात्रा व्यवस्था से निराश व हताश नजर आए।भद्रवाह,डोडा व किश्वताड के श्रद्धालुओं ने दावाें काे खोखला बताया।
चंबा से मणिमहेश को चटपट नाथ छड़ी निकली। हिमाचल देवभूमि के नाम से जाना जाता है और यहां की धार्मिक परंपराएं यहां के लोगों में धार्मिक आस्था का केंद्र भी हैं।
मणिमहेश छड़ी यात्रा चंबा के श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा से 16 सितंबर को पवित्र मणिमहेश छड़ी रवाना होगी। मणिमहेश न्हौण(स्नान) के दिन डल झील में डुबकी लगाएगी।
खराब मौसम ने मणिमहेश हेलीकॉप्टर टैक्सी सेवा पूरा दिन बाधित रही। भरमौर आए श्रद्धालुओं को वापिस लौटना पड़ा। चंबा सदर विधायक नीरज नैयर भी वापिस लौटे।
मणिमहेश यात्रा में एनडीआरएफ सहित 4 अन्य संस्थाओं के जवान हड़सर व मणिमहेश डल झील तक मोर्चा संभालेंगे। एसडीआरएफ, पर्वतारोहण, पुलिस व होमगार्ड भी तैनात।
पवित्र मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को पठानकोट-चंबा-भरमौर एनएच बंद होने की समस्या नहीं सताएगी। अधिशासी अभियंता संजीव महाजन बोले यह व्यवस्था रहेगी।
हवाई मार्ग से मणिमहेश यात्रा करने की इच्छा रखने वालों के लिए यह सुखद खबर नहीं। अबकी बार मणिमहेश हवाई सेवा किराया 1602 रुपए बढ़कर 9 हजार हो गया है।