चंबा, (रेखा शर्मा ): चंबा में आउटरीच कार्यक्रम के तहत चाइल्ड लाइन ने राख के एक निजी स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। चाइल्ड लाइन टीम सदस्य रीता कुमारी व टीम सदस्य विक्की ने स्कूली बच्चों व अध्यापकों के साथ बाल-संरक्षण के संबंध में विस्तारपूर्वक संवाद एवं चर्चा की।
टोल फ्री नंबर 1098 बारे बताया
चाइल्ड लाइन ने टोल फ्री नंबर 1098 के माध्यम से शोषण के शिकार 0 से 18 वर्ष के बच्चों व कुछ विशेष परिस्थितियों में 25 वर्ष आयु वर्ग तक के युवक-युवतियों हेतु प्रदान की जा रही विभिन्न सेवाओं की विस्तृत जानकारी दी। समन्वयक द्वारा चाइल्ड लाइन की मुफ्त फोन सेवा 1098 के माध्यम से अनाथ अर्ध-अनाथ, स्कूल छोड़ चुके, घर से भागे हुए, मानसिक और शारीरिक शारीरिक रूप से अक्षम, शोषित, अति निर्धन, बाल-विवाह की बुराई, बाल-मजदूरी के दुष्परिणाम, छेड़छाड़ से पीड़ित व अन्य किसी भी कारण से शोषित बच्चों हेतु चाइल्ड लाइन के माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
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उन्हें बताया गया कि यदि किसी के द्वारा नाबालिग बच्चों को बहलाया-फुसलाया जाता है तो इसे किसी भी रूप में नजरअंदाज न किया जाए। बच्चों को पोषण संबंधी जानकारी प्रदान की गई एवं कोविड-19 की गंभीरता हेतु भी अवगत करवाया गया! उपस्थित बच्चों को सुरक्षित स्पर्श एवं असुरक्षित स्पर्श के संबंध में भी अवगत करवाया गया। साथ ही इस संबंध में अध्यापकों से भी आग्रह किया गया कि वे भी समय-समय पर बच्चों व उनके अभिभावकों को इस संबंध में जागरूक करते रहें।
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अध्यापकों से यह आवाहन किया गया कि वे बच्चों से जुड़ी किसी भी समस्या की सूचना चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर 1098 पर देना सुनिश्चित करें! बच्चों को सोशल मीडिया के लाभ-हानि के बारे में भी अवगत करवाया गया! अध्यापिकाओं ने चाइल्डलाइन द्वारा बाल-संरक्षण हेतु किए जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रशंसा की वह आश्वासन दिया कि वे सभी बाल-संरक्षण की इस मुहिम में चाइल्ड लाइन के साथ मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। कार्यक्रम में अध्यापिका उषा राणा, सुमन तथा ममता सहित 15 बच्चों ने कार्यक्रम में भाग लिया।