भरमौर,( ब्यूरो ): मणिमहेश यात्रा में एनडीआरएफ सहित 4 अन्य संस्थाओं के जवान हड़सर व मणिमहेश डल झील तक मोर्चा संभालेंगे। जिसमें एनडीआरएफ,एसडीआरएफ, पर्वतारोहण संस्थान, पुलिस व होमगार्ड जवान शामिल रहेंगे। ये पवित्र यात्रा के दौरान किसी भी आपदा की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद रहेंगे।
एडीसी भरमौर नवीन तंवर ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान राहत व बचाव कार्यों की व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए उपमंडल मुख्यालय भरमौर में समीक्षा बैठक आयोजित की जिसमें उपरोक्त टीमों के लीडरों के साथ विस्तार से चर्चा कर उनकी तैनाती की गई। उन्होंने बताया कि 3 सितंबर से एनडीआरएफ की दो टीमें धनछो और गौरीकुंड में तैनात रहेंगी।
एसडीआरएफ की टीम हड़सर में राहत व बचाव कार्यों के लिए मौजूद रहेंगी तो पर्वतारोहण संस्थान की टीम डल झील व सुंदरासी में तैनात रहेंगी तो उनके साथ पुलिस टीम भी शामिल रहेगी। कुगति में भी पुलिस टीम और हनुमान शीला स्थल पर पर्वतारोहण(mountaineering) की टीम तैनात रहेगी। यह टीम इस बात का ख्याल रखेगी कि कुगति से मणिमहेश कैलाश परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी पेश न आए। इसके अलावा कलाह की तरफ भी पुलिस व पर्वतारोहण की टीम तैनात रहेंगी। उन्होंने बताया कि एनडीआएफ की टीम घायल(Injured) व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा कर उपचार करवाने में प्राथमिकता रखेगी।
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एडीसी ने कहा कि गौरीकुंड में तैनात होने वाले गृह रक्षक की टीम में महिला होमगार्ड की संख्या अधिक रहेगी क्योंकि गौरीकुंड में महिलाएं स्नान करती है। हड़सर में एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध रहेगी ताकि घायल अथवा बीमार श्रद्धालु को समय पर उपचार सुविधा उपलब्ध करवाने में किसी प्रकार की परेशानी पेश न आए। एडीसी नवीन तंवर ने बताया कि बैठक में कमांडेंट होमगार्ड अरविंद चौधरी, एसडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा, तहसीलदार तेजराम, पुलिस निरीक्षक हरनाम सिंह, एनडीआरएफ के तरसेम लाल, पर्वतारोहण संस्थान के प्रभारी शशीपाल शामिल रहे।