Development हेतु mla के साथ समन्वय व संवाद जरुरी

विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ हंसराज जिला परिषद की बैठक में बोले

विभाग को आगामी बैठक में सभी विधायकों को आमन्त्रित करने को कहा

चंबा, 24 सितंबर (विनोद): जिला के विकास (Development) के लिए mla के साथ परिषद सदस्य द्वारा योजनाओं की रुपरेखा को तय करने में समन्वय और संवाद महत्वपूर्ण है। प्रदेश Deputy Speaker डॉ. हंसराज ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय में आयोजित जिला परिषद की आयोजित बैठक में शिरकत करते हुए यह बात कही।

development को लेकर आयोजित बैठक में शामिल परिषद के सदस्य।

डॉ हंसराज ने  जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत द्वारा विकास (Development) से संबंधित गतिविधियों को समन्वय आधारित बनाने की भी बात कहीं। सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में विकासात्मक (Developmental) योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम, पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि और 14 वें वित्त आयोग के बाद 15वें वित्त आयोग के माध्यम से आवश्यक धनराशि की उपलब्धता को सुनिश्चित बनाया जा रहा है। 
उन्होंने जिला पंचायत (District Panchayat) अधिकारी को जिला परिषद की आगामी बैठक में जिला के सभी विधायकों को आमंत्रित करने को कहा। बैठक में कुछ विभागों के अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर उन्होंने संज्ञान लेते हुए कहा कि जिला के सभी महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति को सुनिश्चित बनाने के लिए प्रशासन प्रभावी कदम उठाए।
उन्होंने कहा कि देश के इस आकांक्षी जिला के विकास (Development) में इस बैठक की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रहती है। बैठक में विभिन्न योजनाओं की समीक्षा सहित परिषद के सदस्यों को कार्य निष्पादन में आ रही समस्याओं पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
यह फोटो समाचार से संबन्धित है।

जिला परिषद अध्यक्ष विधानसभा उपाध्यक्ष को स्मृति चिंह भेंट करती हुई

अध्यक्ष (Chairman) जिला परिषद नीलम कुमारी की अगुवाई में सदस्यों ने विधानसभा उपाध्यक्ष को 15 वें वित्त आयोग 15th Finance Commission) शीर्ष के तहत अनुदान राशि को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने का आग्रह किया।
इसके अलावा अनुदान राशि को अनटाईड (untied) करने, जिला परिषद कार्यालय में आवश्यक कर्मचारियों की चल रही कमी को दूर करने, कार्य निष्पादन कमेटी के गठन और परिषद सदस्य के मानदेय को बढ़ाने के संदर्भ में मांग पत्र भी सौंपा।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने सदस्यों द्वारा रखी गई मांगों को समाधान के लिए मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश और पंचायती राज मंत्री के समक्ष रखने का भरोसा दिया। अपने संबोधन में डॉ हंसराज ने कहा है कि ग्रामीण विकास (Development) में जिला परिषद की महत्वपूर्ण भूमिका के दृष्टिगत पंचायत वार्ड स्तर से जरूरतमंद लोगों को प्राथमिकता के आधार पर योजनाओं में शामिल  किया जाना चाहिए ।
बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (Additional District Magistrate) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद अमित मेहरा ने विधानसभा उपाध्यक्ष का स्वागत किया और बैठक में लिए विभिन्न निर्णय को प्राथमिकता के साथ अनुपालना सुनिश्चित बनाने का आश्वासन दिया।
इससे पहले अध्यक्ष जिला परिषद नीलम कुमारी ने विधानसभा उपाध्यक्ष को शाल व टोपी एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। बैठक में कारवाही का संचालन जिला पंचायत अधिकारी महेश ठाकुर ने किया। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य और विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
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