पूर्व सरकार ने हिमाचल को 75000 करोड़ रुपए कर्ज के नीचे बदाया-ठाकुर ब्रह्मानंद

चंबा, ( विनोद ): भाजपा ने हिमाचल को कर्ज में डूबोने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पूर्व सरकार ने वित्तीय कुप्रबंधों की वजह से राज्य पर 75,000 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ डाला। कांग्रेस पार्टी राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष ठाकुर ब्रह्मानंद ने यह बात कही।

 

CM अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में प्रयासरत

उन्होंने कहा कि हिमाचल की वर्तमान कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू पटरी से उतरी हिमाचल की इस अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए प्रयासरत है। जल विद्युत परियोजनाओं पर लगाया गया वाटर सैस इस दिशा में उठाया गया प्रभावी कदम है। उन्होंने कहा कि ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू हिमाचल के पहले ऐसे मुख्यमंत्री है जिन्होंने प्रदेश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए हेलीकॉप्टर छोड़ सड़क मार्ग से प्रदेश का दौरा करने का फैसला लिया है।

 

ये भी पढ़ें: गाय का दूध 80 तो भैंस का 100 रुपए किलो!

 

घटियाली आंसू बहा रहा विपक्ष

ठाकुर ने कहा कि आज जो नेता हिमाचल की आर्थिक स्थिति पर घडियाली आंसू बहा रहें है वे ऐसा नेता है जिन्होंने अपने कार्यकाल में हवा वाला नेता होने की संज्ञा प्राप्त की। उन्होंने कहा कि इन तमाम परिस्थितियों के बावजूद मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू हिमाचल के युवाओं, छात्रों व लोगों के कल्याण के लिए योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में जुटे हुए है। 

 

ये भी पढ़ें: ममता जरियाल की कामयाबी से पूरे देश में चंबा का नाम रोशन हुआ।

 

सरकार ई-वाहनों पर दे रही 50 प्रतिशत अनुदान

उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार ई-टैक्सी, ई-बस और ई-ट्रक की खरीद पर 50 प्रतिशत अनुदान दे रही है तो साथ ही 250 किलोवाट से 2 मेगावाट तक की सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए 40 प्रतिशत वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। ठाकुर ने कहा कि भाजपा के कुछ नेता आए दिन कांग्रेस सरकार को लेकर लोगों को भ्रमित करने वाले ब्यान देते हैं लेकिन ऐसे नेता यह जानते है कि हिमाचल के युवा मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू लोगों के दिलों में बस गए है और अब भाजपा  का कोई भविष्य नहीं है।

 

ये भी पढ़ें: नगर परिषद चंबा लोगों के साथ वादाखिलाफ कर रही।

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *