हिमाचल सरकार ने हाई स्कूल डिनोटिफाइड किया जिस कारण से प्रियुंगल के लोगों में गुस्सा है। उनका कहना है कि एक तरफ सरकार बेटियों को पढ़ाने की बात करती है तो दूसरी तरफ ऐसे आदेश जारी करती है
सलूणी,( दिनेश ): डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र के एक स्कूल को हिमाचल सरकार ने डिनोटिफाइड किया है। इस वजह से अब इस स्कूल के 9वीं व 10वीं कक्षा के बच्चों को अपनी पढ़ाई जारी रखने में परेशानी पेश आएगी। यही वजह है कि अब इस स्कूल के बच्चों के साथ उनके अभिभावकों को चिंता सताने लगी है।
सलूणी उपमंडल की राजकीय उच्च पाठशाला प्रियुंगल में शिक्षा ग्रहण करने वाले 21 बच्चों के भविष्य पर बड़ा सवाल पैदा हो गया है। यह सवाल किसी और ने नहीं बल्कि सरकार के उस फरमान ने पैदा किया है जिसमें इस स्कूल को डिनोटिफाइड करने के निर्देश दिए है। सरकार के इस आदेश ने न सिर्फ इस स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को चिंता में डाल दिया है बल्कि इनके अभिभावक भी परेशान है।
अभिभावकों का कहना है कि राजकीय उच्च पाठशाला प्रियुंगल के डिनोटिफाइड होने से अब उनके बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने को 6 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी। हैरानी की बात है कि सरकार ने इस आदेश को जारी करने से पूर्व यहां की भौगोलिक परिस्थितियों को पूरी तरह से नजर अंदाज किया है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर के बाद क्षेत्र में बर्फबारी शुरू हो जाती है और 3 से चार फुट बर्फ गिरना आम बात है।
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इतनी बर्फ के बीच प्रियुंगल के बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के लिए 6 किलोमीटर की दूरी कैसे तय करेंगे। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा लगाते हुए नहीं थकती है तो दूसरी तरफ इस तरह से आदेश जारी कर यहां की लड़कियों को शिक्षा ग्रहण करने से वंचित रखने का फैसला सुना रही है। लोगों ने सरकार से मांग की वह अपने इस फैसले पर दोबारा से विचार करे।