चंबा, ( रेखा शर्मा ): 4 माह तक लोगों की आवाजाही के लिए प्रतिबन्धित चंबा का चौगान (Chamba Chaugan) लोगों के लिए खुल गया है। जिला दंडाधिकारी ( DM) एवं उपायुक्त चंबा अपूर्व देवगन ने इस संदर्भ में आदेश जारी किए जिसके चलते ऐतिहासिक चंबा चौगान में प्रवेश करने वाले सभी प्रवेश द्वारा पर लगी कांटेदार तारों को हटा कर खोल दिया गया है।
चंबा की भावनाओं का केंद्र है ऐतिहासिक चंबा चौगान
जिला दंडाधिकारी एवं उपायुक्त चंबा अपूर्व देवगन ने कहा कि चंबावासियों की ऐतिहासिक चौगान से भावनाएं जुड़ी हुई है। इस बात को मद्देनजर रखते इस ऐतिहासिक धरोहर के स्वरूप को बनाए रखने और इसे सहजे रखने के उद्देश्य से हर वर्ष 14 नवंबर से 15 अप्रैल तक इसे लोगों की आवाजाही के लिए प्रतिबन्धित घोषित किया जाता है।
इस समय अवधि के दौरान इस ऐतिहासिक चौगान के मुरम्मत कार्य को अंजाम दिया जाता है तो साथ ही इसमें पैदा होने वाली बेकार घास को हटाया जाता है। इस कार्य को 15 अप्रैल तक अंजाम दिया जाता है। इस बार भी चौगान के सौंदर्यकरण के साथ-साथ मुरम्मत कार्य को अंजाम दिया गया। और अब इसे आम जनमास के लिए खोल दिया गया है।
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मिंजर का मेला यहां होता है आयोजित
गौरतलब है कि हर वर्ष ऐतिहासिक चंबा चौगान में जुलाई माह में ऐतिहासिक मिंजर का मेला आयोजित किया जाता है। यूं तो यह मेला 8 दिनों के लिए आयोजित होता है लेकिन इस दौरान चौगान में लगने वाला अस्थाई बाजार 15 दिनों तक लगा रहता है। व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र होने की वजह से चौगान में हर दिन हजारों लोगों की भीड़ उमड़ती है।
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चार माह तक चला मरम्मत कार्य
इसी दौरान ऐतिहासिक चंबा चौगान काे सबसे अधिक नुक्सान पहुंचता है। चौगान को मिलने वाले इन जख्मों को भरने का काम नवंबर से अप्रैल माह तक चलता है। अब एक बार फिर यह ऐतिहासिक चंबा चौगान लोगों के स्वागत व उनकी आवाजाही के लिए तैयार है और इसी के चलते जिला प्रशासन ने वीरवार को इसे लोगों की चहल कदमी के लिए खोल दिया है।