चंबा, ( विनोद ): चंबा में मॉक ड्रिल से आपदा प्रबंधन बारे जागरूकता का संदेश दिया गया। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा वर्ष 1905 के दौरान कांगड़ा भूकंप की बरसी एवं भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी एवं जागरूकता के लिए इसका आयोजन किया गया। NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) के सहयोग से भूकंप पर आधारित मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। समापन सत्र में उपायुक्त डीसी राणा ने मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
उपायुक्त डीसी राणा विद्यार्थियों से बोले
डीसी राणा ने विद्यार्थियों से आपदा प्रबंधन में अपनी सहभागिता सुनिश्चित बनाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों का उद्देश्य प्राकृतिक आपदा एवं जोखिम के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाना है। उन्होंने कहा आपदाओं से निपटने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका है, जागरूक बनकर जानकारी प्राप्त करना और सावधान रहना। इससे पहले से सुबह साढ़े 10 बजे भूकंप मॉक ड्रिल को शुरू किया गया।
ये भी पढ़ें: इन्हें मिली चंबा जिला की जिम्मेवारी।
चंबा में 7.2 तीव्रता वाला भूकंप आया
ट्रिगर दबाकर सूचना दी गई कि चंबा शहर में 7.2 तीव्रता वाला भूकंप आया है। भूकंप से राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चंबा के भवन को काफी क्षति हुई है और इसमें सात व्यक्ति फंसे हुए दर्शाया गए। इसके उपरान्त त्वरित कार्यवाही करते हुए सभी हितधारक विभागों और आपदा प्रबंधन दलों द्वारा स्टेजिंग एरिया में एसडीएम चंबा अरुण शर्मा की अगुवाई में राहत एवं बचाव कार्य से संबंधित प्रक्रिया का संचालन शुरू किया।
ये भी पढ़ें: अब विकास में नहीं बने यह बाधा।
NDRF, पुलिस, होमगार्ड व फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचा
एनडीआरएफ, होमगार्ड ,पुलिस व फायर ब्रिगेड के दलों को घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने के लिए भेजा गया। बचाव दलों ने सात फंसे हुए व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्टेजिगं एरिया में अस्थाई चिकित्सालय भी संचालित किया गया इसमें घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया। इस दौरान एनडीआरएफ की टीम ने राहत एवं बचाव के लिए उपयोग होने वाले उपकरणों की विस्तृत जानकारी मौजूद विद्यार्थियों को दी। और उन्हें भूकंप जैसी आपदा से निपटने के लिए महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में अवगत कराया। आपदा प्रबंधन पर कार्यरत संस्था ‘डूअर्स’ के विशेषज्ञ ने भूकंप आपदा पर आधारित राहत एवं बचाव कार्यों और डिजास्टर प्रिपेरेडनेस से संबंधित महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी की।
ये भी पढ़ें: चंबा में विदेशी मेहमान को इस तरह मौत मिली।
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित
इस दौरान छात्रों को जागरूक करने के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। इसके अलावा वर्ष 1905 के दौरान कांगड़ा में आए भूकंप के दौरान हुई भारी त्रासदी में मारे गए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आज सुबह प्रभात फेरी का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी जगदीश चंद प्रधानाचार्य राजकीय महाविद्यालय चंबा डॉ विद्यासागर शर्मा सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक मौजूद रहे।