चंबा,( विनोद ): चंबा में गृहकर का विरोध जोर पकड़ने लगा है। चंबा नगर परिषद के गृहकर की दर में हुई बढ़ौतरी के खिलाफ लोग एकजुट हुए। रविवार को जिला मुख्यालय चंबा में चंबा शहर की विभिन्न गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बैठक कर संघर्ष गृह कर विरोध संघ का गठन किया।
यह संगठन गृहकर की बढ़ी दरों को लेकर प्रशासन से लेकर सरकार तक आवाज बुलंद करेगा। यह पहला मौका है जब नगर की विभिन्न संस्थाएं किसी जनहित से जुड़े मामले को लेकर एकजुटता में नजर आई हैं। ऐसे में नगर परिषद चंबा को अब अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा क्योंकि ऐतिहासिक चंबा शहर के लोग पहले से ही राजस्व विभाग को वर्षों से वार्षिक टैक्स देते आए हैं।
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बैठक में मौजूद लोगों का कहना था कि नगर परिषद ने भी नगर वासियों के घरों और दुकानों पर भारी भरकम हाउस टैक्स लगा दिया है जिसके चलते नगर वासियों पर एक ही संपत्ति पर दो कर लगाना सही नहीं है। बैठक में मौजूद लोगों का कहना था कि पहले वे गृह कर के रूप में जिस संपत्ति का 400 से 500 रुपए वार्षिक टैक्स देते थे अब उसमें 200 से 300 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है जो कि सही नहीं है।
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कमेटी गठित डा. सोनी अध्यक्ष बने
इस विषय को लेकर एक कमेटी गठित की गई जिसका अध्यक्ष डीके सोनी को बनाया गया जबकि जबकि ओम प्रकाश गोस्वामी को वरिष्ठ उपप्रधान, वाय.के. पुरी, जर्म सिंह ठाकुर, अजितेश शर्मा, सुरेश कश्मीरी व डॉ एस.एल. शर्मा को उपप्रधान का दायित्व सौंपा गया। बैठक में मौजूद लोगों ने नगर परिषद चंबा को चेताया है कि अगर नगर वासियों की इस मांग को अनदेखा किया गया तो व चंबा नगर परिषद के इस निर्णय के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
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