Manimahesh royal bath time announced : श्री मणिमहेश यात्रा 2024 का पहला पवित्र स्नान 26 अगस्त को होगा। कृष्ण जन्माष्टमी की सुबह तड़के 3 बजकर 40 मिनट पर यह स्नान शुरू होगा।
चंबा, ( विनोद): इस बारे जानकारी देते हुए पंडित विपन शर्मा ने बताया कि इस बार कृष्ण जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त 26 अगस्त सोमवार की सुबह तड़के 3 बजकर 40 मिनट से शुरू होगा, जो देर रात 2 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। गौरतलब हो कि मणिमहेश पवित्र स्नान दो चरणों में होता है। पहला चरण जन्माष्टमी के पावन दिन पर शुभ मुहूर्त पर आरंभ होता है। दूसरा व अंतिम स्नान राधाष्टमी के पावन अवसर पर होता है। इस छोटे न्हौण को स्थानीय भाषा में जोग न्हौण भी कहा जाता है।
इन दोनों पावन स्नान के मौके पर स्थानीय पंडितों द्वारा शुरू मुहूर्त निकाला जाता है और उसके अनुसार ही शिव के चेले डल झील में सबसे पहले डुबकी लगा कर इसकी शुरुआत करते है। तो डल झील में डुबकी लगाकर श्रद्धालु शिव के जयकारे लगाते हैं। इस दौरान पूरा मणिमहेश(Manimahesh ) शिव के जयकारों से गूंज उठता है।
ऐसे माना जाता है कि पंडितों द्वारा मणिमहेश झील में स्नान करने के लिए जो समय निर्धारित किया जाता है उसी समय डल झील में अचानक से पानी का बहाव बढ़ता है जिसे स्थानीय भाषा में परवी कहा जाता है। इस छोटे शाही न्हौण में पवित्र डल में डुबकी लगाने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से हजारों की संख्या में शिव भक्त मणिमहेश पहुंचने शुरू हो गए है।
धार्मिक दृष्टि में इस मौके पर मणिमहेश झील में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ मणिमहेश में डुबकी लगाने वाले अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं तो साथ ही उन्हें पुण्य भी प्राप्त होता है। 26 अगस्त से आरंभ होने वाले छोटे शाही न्हौण के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए प्रशासन तैयारियों को पूरा करने में जुटा हुआ है।
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कल से शुरू होगी हेलीटैक्सी सेवा
भरमौर से गौरीकुंड के लिए वीरवार को यानी 22 अगस्त से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू हो जाएगी। जिन कंपनियों को हेली टैक्सी के टेंडर आवंटित हुए हैं। उनके दो चौपर भरमौर हेलीपैड पर पहुंच गए हैं। मणिमहेश यात्रा के दौरान हवाई यात्रा का लाभ मिलने से चलने-फिरने में असमर्थ शिव भक्तों को लाभ मिलेगा।
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