चंबा का अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेला शोभायात्रा में गवर्नर शिव प्रताप शुक्ल शामिल हुए

International Minjar Fair 2024 begins

International Minjar Fair 2024 begins : चंबा का अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेला रविवार को ऐतिहासिक चंबा चौगान में विधिवत रूप से शुरू हुआ। गवर्नर शिव प्रताप शुक्ल ने भगवान श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में मिंजर अर्पित की। पिंक पैलेस में मौजूद भगवान रघुवीर जी को मिर्जा परिवार ने मिंजर अर्पित की।

चंबा, ( रेखा शर्मा ) : मिंजर मेला शोभायात्रा में चुराह, चंबा, भरमौर व भटियात के लोक कलाकारों ने पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होकर अपने-अपने क्षेत्र की प्राचीन लोक संस्कृति की झलक पेश की। मिंजर शोभायात्रा वापस चंबा चौगान पहुंची और वहां गवर्नर हिमाचल ने मिंजर ध्वजारोहण किया। इस मौके पर राज्यपाल ने अपने संबोधन में चंबा की प्राचीन लोक संस्कृति के साथ यहां की खूबसूरती की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

उन्होंने कहा कि यह बेहद हर्ष का विषय है कि चंबा की युवा पीढ़ी भी अपनी प्राचीन लोक संस्कृति को लेकर पूरी तरह से जागरूक है। उन्होंने कहा कि रियासत काल में चंबा ने जो विकास की गाथा अपने नाम की थी उसे कायम रखने में हम सब को अपना-अपना योगदान देना होगा। मिंजर मेला शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को मिंजर मेला आयोजन समिति अध्यक्ष एवं उपायुक्त चंबा मुकेश रेपसवाल ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर चंबा विधायक नीरज नैयर सहित अन्य मौजूद रहे।

मिंजर मेला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

सावन के दूसरे रविवार से तीसरे रविवार तक आयोजित होने वाले मिंजर मेला के दौरान चौगान में विभिन्न विभागों की प्रदर्शनियां लगाई गई हैं। इस प्रदर्शनी का राज्यपाल ने उद्घाटन किया। राज्यपाल ने विभिन्न सरकारी विभागों की प्रदर्शनियों  का अवलोकन किया। हिमाचल जल शक्ति विभाग, राज्य विद्युत बोर्ड, स्वास्थ्य विभाग, कृषि व उद्यान विभाग, ग्रामीण विकास अभिकरण सहित अन्य विभागों के स्टॉल में कई प्रकार की वस्तुएं व विकासात्मक तस्वीरों को प्रदर्शित किया गया है।

मुस्लिम परिवार के हाथों बनी मिंजर चढ़ती है भगवान को

यह मेला जहां चंबा के राजा की विजयी के साथ जुड़ा हुआ है तो वहीं इसे आपसी भाईचारे का प्रमाण भी कहा जाता है। वर्षों से चंबा के कश्मीरी मोहल्ला में रहने वाले मुस्लिम मिर्जा परिवार के हाथों से बनी मिंजर को भगवान श्री रघुवीर जी को चढ़ाया जाता है। इसलिए इस मेला के शुभारंभ की इस परंपरा को देश की गंगा-जमुनी तहजीब का प्रमाण भी माना जाता है। मिर्जा परिवार आज भी इस प्राचीन परम्परा का बखूबी निर्वहन करता चला आ रहा है।

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राज्यपाल ने कुंजड़ी-मल्हार गायन सुना

ऐतिहासिक चंबा चौगान में आयोजित मिंजर मेला शुभारंभ कार्यक्रम में चंबयाली लोक गायक कुंजडी मल्हार को राज्यपाल महोदय की मौजूदगी में पेश किया गया। राज्यपाल ने इस लोक गायन को गौर से सुना और उसका आनंद लिया। चंबा अपने प्राचीन लोक गायन के लिए जाना जाता है। हिमाचल में चंबयाली लोक गायन को अलग मुकाम हासिल है। 

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