चंबा के नये बस अड्डे के पास एक घर के दरवाजे पर प्लास्टिक के टब में नवजात बच्ची को छोड़ा
चंबा, (विनोद कुमार): रविवार सुबह चंबा जिला मुख्यालय में एक ऐसा मामला सामने आया जिससे ममता व मानवता शर्मसार हुई। रविवार की सुबह 6 बजे नए बस स्टैंड के पास मौजूद एक घर के दरवाजे के बाहर प्लास्टिक टब में एक नवजात बच्ची को रोता बिलखता छोड़ दिया गया।
कड़ाके की ठंड के बीच नवजात बच्ची जब जोर-जोर से रोने लगी तो घर में रहने वाले बच्चे के रोने की आवाज सुनकर बाहर निकल आए। उन्होंने देखा की नवजात बच्ची टब में रखी है। जिसका कोई बेलीबारिस नहीं है। उन्होंने इसकी सूचना तुरंत पुलिस और चाइल्ड लाइन को दी।
दोनों टीमें मौके पर पहुंच गई। सर्वप्रथम बच्ची को मेडिकल कॉलेज चंबा पहुंचाया गया जहां पर चिकित्सकों ने बच्ची की जांच करके उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया। बच्ची सुरक्षित बताई जा रही है। पुलिस टीम नवजात बच्ची को इस तरह से लावारिश छोड़ने वालों की तलाश में जुट गई है।
पुलिस जिला मुख्यालय में मौजूद सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों का रिकॉर्ड खंगालने में जुट गई है। हैरान करने वाली बात है कि पुलिस जिस लाइन पर काम कर रही है उसमें उसे शायद ही सफलता मिले क्योंकि नवजात को पाप समझने वालों ने जहां इस बच्ची को जन्म दिया होगा क्या उस अस्पताल में रिकार्ड मिल जाएगा।
यह बात अपने आप में एक बड़ा सवाल पैदा करती है। ऐसे में अब चंबा पुलिस के लिए सही मायने में अपनी दक्षता व क्षमता दिखाने की चुनौती मिली है। अगर यह बच्ची घर में पैदा हुई है तो फिर पुलिस के लिए महज हवा में हाथ पैर मारने के अलावा कुछ अन्य चारा नहीं बचता है। यह बात और है कि शहर के कई स्थानों पर पुलिस ने लाखों रुपए खर्च करके सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं।
ऐसे में अब जरुरत पड़ने पर यह कैमरे कितने मददगार साबित होंगे यह भी देखना होगा। फिलहाल पुलिस नवजात को छोड़ने वाले का जल्द पता लगाकर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के दावे करने में जुट गई है। उधर घटना की सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन के साथ बाल संरक्षण इकाई और बाल कल्याण समिति के अधिकारी भी अस्पताल पहुंच गए।
बच्ची को अस्पताल में सुरक्षित पहुंचाने के बाद उन्होंने पुलिस थाना चंबा में इसकी एफआईआर दर्ज करवाई। साथ ही पुलिस से मांग की है कि इस घटना को अंजाम देने वाले का शीघ्र पर्दाफाश किया जाए।
उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने कहा कि इस तरह से कार्य को अंजाम देने पूरी तरह से गैरकानूनी व अमानवीय है। पुलिस को इस मामले में शामिल लोगों को पता लगाकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए गए है।