Former MLA questions Manimahesh Yatra : भरमौर के पूर्व विधायक जिया लाल कपूर ने मणिमहेश यात्रा प्रबंधन को लेकर भरमौर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु मणिमहेश यात्रा पर पहुंचे है लेकिन व्यवस्था पुख्ता नहीं।
चंबा, ( विनोद ) : मणिमहेश यात्रा का शुभारंभ हो चुका है लेकिन अफसोस की बात है कि अभी तक भरमौर प्रशासन खुद को यात्रा के अनुरूप तैयार नहीं कर सका। जबकि हर वर्ष लाखों रुपए मणिमहेश यात्रा के नाम पर श्रद्धालुओं से जजिया कर के रूप में वसूलने में कोई कमी छोड़ी है। उन्होंने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रशासन इस बात को सार्वजनिक करे कि किसके कारण भरमौर की पेयजल व्यवस्था रविवार को पूरी तरह से ठप रही।
भरमौर के टैक्सी स्टैंड की नीलामी करके स्थानीय टैक्सी चालकों को परेशानी में क्यों डाला गया। प्रशासन के इस गलत कदम की वजह का खामियाजा न सिर्फ स्थानीय टैक्सी चालकों को उठाना पड़ रहा है बल्कि यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को जाम के रूप में परेशानी उठानी पड़ रहा है। कपूर ने कहा कि प्रशासन के एक गलत कदम से भरमौर-भरमाणी चौक पर ट्रैफिक जाम(traffic jam) हर दिन लग रहा है। प्रशासन ने महज 1 लाख 27 हजार रुपए की कमाई करने के लिए श्रद्धालुओं व स्थानीय टैक्सी चालकों को परेशानी में डाल दिया।
पूर्व विधायक ने सवाल उठाया कि हिंदुओं की आस्था के साथ किसके इशारे पर रजिस्ट्रेशन फीस लगाकर खिलवाड़ किया गया। उन्होंने कहा कि मेरे विधायक बनने से पूर्व भी इस प्रकार की कुप्रथा चली हुई थी। यही नहीं यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं के वाहनों से बैरियर लगा कर पार्किंग के नाम पर टैक्स वसूला जाता था, लेकिन मैंने विधायक बनने पर हिंदुओं से यात्रा की आड़ में लिए जाने वाले जजिया कर को बंद करवाया।
लेकिन अफसोस की बात है कि प्रदेश सत्ता परिवर्तन होने पर यह कुप्रथा एक बार फिर से शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि मणिमहेश यात्रियों को सुविधा मुहैया करवाने के नाम पर मणिमहेश ट्रस्ट जो हर वर्ष लाखों रुपए जुटाता है उसके माध्यम से यात्रियों के लिए क्या-क्या सुविधा जुटाई गई है। यही नहीं प्रशासन यह भी साफ करे कि सफाई व्यवस्था के नाम पर लंगर कमेटियों से मोटी धरोहर राशि वसूली जाती है उसे क्या वापिस किया जाता है।
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पूर्व विधायक जिया लाल कपूर ने मणिमहेश हवाई सेवा को लेकर भी प्रशासन को सवालों के कटघरें में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि चंबा-गौरीकुंड के बीच एक तरफ का 25 हजार रुपए का किराया किस आधार पर निर्धारित किया गया। भरमौर-गौरीकुंड के बीच हवाई उड़ान का किराया क्यों बढ़ाया गया। उन्होंने कहा कि मणिमहेश यात्रा के नाम पर मणिमहेश ट्रस्ट धन जुटाने की होड़ में जुट गया।
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