Shimla News: आपदा प्रबंधन को ओर बेहतर बनाने में हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा मोचन बल (एच.पी.एसडीआरएफ) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने एचपीएसडीआरएफ का नया झंडा, निशान (लोगो) तथा वर्दी लोकार्पित और 10 वाहनों को झंडी दिखाकर रवाना करने के दौरान यह बात कही।
हिमाचल आपदा संभावित क्षेत्र-सुक्खू
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि एक पहाड़ी राज्य होने के नाते हिमाचल एक आपदा-सम्भावित क्षेत्र है। हिमाचल प्रदेश एसडीआरएफ का नया झंडा, लोगो, वर्दी और वाहन राज्य आपदा मोचन बल की निष्ठा और समर्पण के साथ प्रदेश के लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि यह लॉन्च राज्य की आपदा प्रबंधन(Disaster management) क्षमताओं में वृद्धि की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में इस बल ने प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बहुमूल्य जीवन और संपत्ति को बचाने में कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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एसडीआरएफ के प्रयास सराहनीय-CM
आपदाओं के दौरान विभिन्न बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि नए लॉन्च किए गए संसाधन एचपी एसडीआरएफ(HPSDRF) को प्रदेश के लोगों की और प्रभावी ढंग से सेवा करने में सक्षम बनाएंगे। हिमाचल का अपना विंग होने से किसी भी आपदा के समय एनडीआरएफ(NDRF) की भांति प्रभावि कार्य करता है।
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पुलिस महानिदेशक(Director General of police) संजय कुंडू ने इस अवसर पर कहा कि एसडीआरएफ की स्थापना हाल ही में हुई है और पिछले कुछ महीनों में इस बल ने प्रदेश के नागरिकों की कुशलता से सेवा की है। इस बल की तीन कम्पनियां शिमला (Shimla), मंडी (Mandi) और कांगड़ा(Kangra) में स्थित हैं, जिनमें वर्तमान में 183 कर्मचारी कार्यरत हैं।