Demand for road facilities for Lanot : डल्हौजी विधानसभा के एस.सी.व एस.टी. बाहुल्य 7 गांव को सड़क की दरकार है। बार-बार मांग करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। इस वजह से ग्रामीणों ने अब यह कदम उठाया।
तेलका, ( भारद्वाज ): सलूणी उपमंडल के दायरे में आने वाली ग्राम पंचायत लनोट के अनुसूचित जाति(scheduled caste) एवं अनुसूचित जनजाति(scheduled tribe) बाहुल्य सात गांवों अब तक सड़क सुविधा से वंचित है। हालांकि 20 वर्ष पूर्व लिंक रोड़ मूलेड नवतोड़ से बंजला के बीच प्रस्ताव इस निर्माणाधीन सड़क का सर्वे किया गया। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण में प्रयोग होने वाली निजी भूमि को विभाग के नाम कर दिया। बावजूद आज तक सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया।
लनोट पंचायत उपप्रधान अशोक कुमार ने बताया कि उनकी पंचायत के गांव बंजला, भरेड़ी, हलण-1, हलण-2, भलूई, सीर व भराडोग अनुसूचित जाति एवं जनजाति बाहुल्य गांव हैं जो सड़क सुविधा से अछूते हैं। 500 की आबादी को आज भी 6 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करने को मजबूर। मान सिंह,नारद,नेक राम,कर्म चंद,गुरदेव प्रतापू,टेकचंद,जीतसिंह मीरचंद,चुहड़ू,भांतो जयवंति,मानसिंह, चैनलाल का कहना है कि गांवों में कोई भी सामान पहुंचाने को 21वीं सदी में भी उन्हें पीठ पर सामान उठाकर ले जाना पड़ता है।
गांव में कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो एंबुलेंस सेवा(ambulance service) नहीं मिल पाती। 3 किलोमीटर की दूरी रोगी को पीठ पर या फिर पालकी में उठाकर तय करनी पड़ती। लोक निर्माण विभाग(Public Works Department) ने 20 वर्ष पहले इन गांवों को सड़क से जोड़ने को सर्वे(survey) करवाया था जिससे उनमें सड़क सुविधा मिलने की उम्मीद जगी थी। प्रशासन से गुहार लगाई है कि गांवों को जल्द से जल्द सुड़क सुविधा मुहैया करवाई जाए।
ये भी पढ़ें : ग्रामीणों ने इस काम की पहल कर सराहना पाई।
फिलहाल इस मामले को लेकर कोई भी पंचायत प्रतिनिधि नहीं मिला लेकिन अब यह बात ध्यान में लाई गई है तो पूरे मामले बारे में जानकारी मुहैया कराई जाएगी। अगर इस लिंक रोड का सर्वे हो चुका है और ग्रामीणों में नीजि भूमि विभाग के नाम कर रखी है तो सड़क निर्माण की दिशा में आगामी कार्रवाई को अमलीजामा पहनाया जाएगा।
कुमुद उपाध्याय अधिशाषी अभियंता लोनिवि मंडल सलूणी
ये भी पढ़ें : जिला चंबा बरसात के लिए होगा तैयार।