उपायुक्त चंबा ने पिछड़ा क्षेत्र उपयोजना की समीक्षा बैठक में कड़े निर्देश दिए
चंबा, (विनोद): जिला में पिछड़ा क्षेत्र उप योजना (BASP) के तहत स्वीकृत ऐसे कार्य जो कि आधे-अधूरे पडें हैं उन्हें 2 माह के भीतर पूरा किया जाए और इन आदेशों को प्राथमिकता के आधार पर अमलीजामा पहनाए। उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने पिछड़ा योजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिए।
विभिन्न विभागों के माध्यम से निर्माणाधीन शैक्षणिक संस्थानों के भवनों, स्वास्थ्य केंद्र भवनों, पशु औषधालय, पुलों इत्यादि से संबंधित मामलों पर विस्तृत समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने कड़ा संज्ञान लेते हुए लंबित कार्यों को तय समय सीमा के भीतर पूर्ण करने को कहा।
उन्होंने यह निर्देश भी दिए कि विगत वर्षों के दौरान स्वीकृत किए गए कार्यों में किसी भी विवाद या अन्य कारणों के चलते निर्माण कार्य शुरू नहीं होने वाली योजनाओं के लिए स्वीकृत की गई धनराशि को विभागवार बदलाव या वापस करना सुनिश्चित बनाया जाए।
उपायुक्त ने ज़िला मुख्यालय में प्रस्तावित मिनी सचिवालय के निर्माण को लेकर चर्चा के दौरान चंबा शहर में स्थापित सभी विभागीय कार्यालयों को प्रस्तावित मिनी सचिवालय भवन में स्थान उपलब्ध करवाने के लिए संबंधित जिला अधिकारियों से अपेक्षित सूचनाएं जल्द उपलब्ध करवाने को भी कहा।
समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्रस्तावित और निर्माणाधीन विभिन्न भवनों की समीक्षा के दौरान डीसी राणा ने कार्य में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए अगले दो माह के दौरान विद्युत व्यवस्था से छूटे हुए विद्यालयों में संबंधित विभाग के जिलाधिकारियों से आवश्यक कदम उठाने को कहा।
समग्र शिक्षा अभियान के प्रतिनिधि ने बैठक में अगवत किया कि पिछड़ा क्षेत्र उप योजना के तहत स्वीकृत किए गए 55 कार्यों में से 23 कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है। शेष कार्य प्रगति पर है।
उपायुक्त ने पशु औषधालय भवनों के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए संबंधित कार्य निष्पादन एजेंसी के साथ विभागीय अधिकारियों को समन्वय स्थापित करने के निर्देश भी दिए।