CM Sukhu Chamba News : सीएम सुक्खू ने चंबा दौरा कर 275 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का तोहफा दे गया। चंबा विधायक नीरज नैयर ने प्रयासों से यह सफलता प्राप्त हुई जिससे भविष्य में लोगों को कई प्रकार की सुविधाएं प्राप्त होंगी
चंबा, ( विनोद ): मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू व चंबा विधायक नीरज नैयर की नजदकियों का चंबा को भरपूर लाभ मिला है। इस बात का प्रमाण मुख्यमंत्री ने उस समय दे दिया जब मुख्यमंत्री ने स्टेज से सीधे कह दिया कि नीरज नैयर जितने भी स्कूलों को स्तरोन्नत करवाना या फिर नये स्कूल खुलवाना चाहते हैं उन सब को मंजूरी दे दी जाएगी।
यही नहीं चंबा विधायक नीरज नैयर की मांग पर मुख्यमंत्री ने चंबा शहर में बहुमंजिला पार्किंग(multi storey parking) निर्माण के लिए 5 करोड़, मिनी सचिवालय(Mini Secretariat) निर्माण के लिए 5 करोड़, इंडोर स्टेडियम(indoor stadium) बारगाह निर्माण के लिए 10 करोड़, चौगान के सौंदर्यीकरण के लिए 20 लाख सहित ग्राम पंचायत उदयपुर में राजीव गांधी मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल(Rajiv Gandhi Model Day-Boarding School) खोलने की घोषणा की।
कांग्रेस ने सत्ता में आते ही जिन सरकारी संस्थानों को डीनोटिफाई कर दिया था उन्हें फिर से खुलवाने में चंब विधायक ने सफलता प्राप्त कर विरोधियों के हाथ से यह मुद्दा भी छीन लिया है। साहो में उप-तहसील व जल शक्ति विभाग(Jal Shakti Department) का उपमंडल खोलने के साथ साहो में खेल मैदान के लिए 15 लाख रुपए प्रदान करने, उदयपुर में आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी खोलने, चुलिहारा में पीएचसी खोलने तथा आईटीआई चंबा में पलंबिग व फिटर के पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की। इसके अलावा चंबा विधानसभा क्षेत्र के कई स्कूलों को स्तरोन्नत करने की मांग भी मुख्यमंत्री ने मानी।
चंबा सदर विधायक नीरज नैयर ने इस जनसभा में भारी जनसमूह जुटा कर मुख्यमंत्री के सामने अपनी लोकप्रियता का प्रमाण एक बार फिर पेश किया तो साथ ही मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश(Chief Minister Himachal Pradesh) को अपने संबोधन में यह आश्वासन भी दिया कि पूरा चंबा विधानसभा क्षेत्र उनके साथ खड़ा है।
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नीरज नैयर की सफलता के पीछे उसके परिवार को पूरा सहयोग हमेशा रहता है और मंगलवार को चंबा में आयोजित जनसभा(public meeting) कार्यक्रम में पूरा परिवार इसके सफल आयोजन में सक्रिय नजर आया। भारती नैयर(Bharti Nayyar) पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता के साथ मिलकर पूरी स्थिति का जायजा ले रही थी तो बेटे पार्थ नैयर व बेटी ने भी अपने हिस्से की जिम्मेदारी की बूखरी अंजाम दिया। शायद यही टीम वर्क रहा जिसकी बदौलत यह कार्यक्रम इस तरह सफल हुआ है कि जो मुख्यमंत्री आते ही जाने की जल्दी कर रहे थे वह करीब अढ़ाई घंटे तक चौगान में उपस्थिति दर्ज करवाने को मजबूर हुए।