तेलका चिटफंड घोटाला जांच तेज, SIT ने कंपनी कार्यालय में दबिश दी, निवेशकों में उम्मीद जगी

तेलका चिटफंड घोटाला जांच तेज

करीब 1 करोड़ 50 लाख का तेलका चिटफंड घोटाला जांच तेज हो गई है। कंपनी कार्यालय में SIT की दबिश में जरुरी कागजात सहित कंप्यूटर की हार्ड डिस्क कब्जे में ली गई। पुलिस की कार्रवाई से कंपनी के हाथों ठगे निवेशकों में पैसा मिलने की उम्मीद जग गई है।

सलूणी, (दिनेश ): एक निजी कंपनी पर आरोप है कि पैसे ठगने को लोगों संग लुभावने वायदे किए। यही नहीं ज्यादा ब्याज देने का लालच लोगों को देते हुए जमा राशि पर ब्याज दर 12 प्रतिशत देने का वायदा भी किया। पांच साल पहले तेलका में निजी कंपनी की शाखा खोली गई थी। करीब 1 करोड़ 50 लाख 33 हजार 500 निवेशकों द्वारा जमा पैसे जमा करवाए गए। कुछ समय बाद कंपनी कर्मचारी रफूचक्कर हो गए।

पुलिस चौकी तेलका में शिकायत है दर्ज

मेहनत की कमाई लूटने का आभास होने के चलते लोगों ने  पुलिस चौकी तेलका में शिकायत दर्ज करवाई। मामला दर्ज होने क बाद पुलिस ने मामले की जांच तेज करने के उद्देश्य से एसआईटी गठित की। तेलका चौकी प्रभारी अशोक कुमार ने कहा टीम ने कार्यालय से महत्वपूर्ण कागजात और कंप्यूटर हार्ड डिस्क अपने कब्जे में ले लिया है। लोगों से एफडी और आरडी के कागजात मंगवाने शुरू कर दिए हैं। ताकि जल्द से जल्द उन्हें कोर्ट में पेश किया जा सके।

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तेलका चिटफंड घोटाले क़ो लेकर एसआईटी गठित

तेलका चिटफंड घोटाले क़ो लेकर एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी टीम में अलग-अलग चौकी से पांच पुलिस कर्मियों को शामिल किया गया है। ताकि जल्दी से विभिन्न क्षेत्रों से लोगों के कागजात इकट्ठे किए जा सके। पुलिस घोटाले बाजों के खिलाफ पुख्ता सबूत इकट्ठा करने में जुट गई है।  निवेशकों की मांग पर आखिरकार तेलका पुलिस चौकी में प्राथमिकता दर्ज होने के बाद अब एसआईटी का गठन किया गया है। इसके तहत पुलिस जांच में जुट गई है।

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तेलका चिटफंड घोटाला

तेलका चिटफंड घोटाला जांच करती पुलिस

पांच लोगों की टीम गठित

एसआईटी प्रमुख रंजन शर्मा ने बताया कि तेलका चिटफंड घोटाला मामले की जांच के लिए पांच लोगों की टीम गठित की गई है। लोगों से एफडी, आरडी के कागजात मंगवाने शुरू कर दिए हैं। ताकि जल्द से जल्द उन्हें कोर्ट में पेश किया जा सके। उधर  ग्रामीण पवन, सुरेंद्र कुमार, हंसो, उतम, ठाकुर दास, राजमल, जगदीश चंद, शेर सिंह, शबीर, तेजू, दर्शन, अमर सिंह, निशा देवी, चमन, रेखा, सीता, चतरो, जालम, देवी, राजकुमार, दिनेश, संजय, बालक, सुरेश और तिलक राज आदि का कहना है कि पुलिस कार्यवाही से उन्हें उनकी खून पसीने की कमाई वापिस मिलने की उम्मीद बंधी है।

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