चंबा की सीमा ने इतिहास रचा,गोल्ड़ मैडल जीत नेशनल चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया

हिमाचल की उड़न परी सीमा नेशनल चैंपियन बनी। गोवा में आयोजित राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में यह गौरव हासिल किया।

10,000 मीटर दौड़ में गोल्ड मैडल जीता। पूरे देश में हिमाचल का नाम रोशन किया। सीमा की इस सफलता पर समूचे जिला चंबा के साथ हिमाचल के खुशी की लहर है।

 

चंबा, ( विनोद ): चंबा की बेटी सीमा ने राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नेशनल चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया है। उसने 10,000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर पूरे देश में हिमाचल का नाम रोशन किया। सीमा की इस सफलता पर समूचे जिला चंबा के साथ हिमाचल के खुशी की लहर है। मुख्यमंत्री से लेकर चंबा विधायक नीरज नैयर ने सीमा को उसकी सफलता पर खुशी जताते हुए बधाई दी है।

 

गोवा में चल रही 62वीं राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हिमाचल की उड़न परी ने यह सफलता अपने नाम की। 23 जनवरी 2002 को जिला चंबा के रेटा गांव में जन्मी सीमा के सिर से पिता का साया उस वक्त छिन गया था जब वह महज 12 वर्ष की थी। वर्तमान वह कांगड़ा के धर्मशाला के भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त  कर रही है।

 

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सीमा का बचपन संघर्ष में गुजरा लेकिन उसकी खेल प्रतिभा का कोच केएस पटियाल ने तराश कर उसे हिमाचल की उडन परी का खिताब दिलाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। छात्र जीवन के दौरान सीमा की एथलेटिक्स में रुचि बढ़ी और इसे देख कोच केएस पटियाल ने सही दिशा दी, जिसके चलते वह धर्मशाला एसएआई सेंटर में शामिल हो गईं।

 

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खेल के मैदान में सीमा एक के बाद एक सफलता अपने नाम करती चली गई और बीते माह ही उसने बेंगलुरु में आयोजित 5 हजार दौड़ स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया था। यही नहीं बीते वर्ष गुजरात के गांधी नगर मैदान में भी राष्ट्रीय दौड़ प्रतियोगिता में भाग लेते सीमा ने 5 हजार मीटर दौड़ स्पर्धा में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। सीमा ने गोवा में एक नया इतिहास रचा और 10,000 मीटर की दौड़ में पहले स्थान पर रहकर स्वर्ण पदक जीता।

 

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