आखिरकार वहीं हुआ जिसका जताया था अंदेशा

आखिरकार नेताओं के साथ-साथ उनके राजनैतिक दलों की साख का है सवाल

पांगी, 19 अक्तूबर (किशन चंद राणा): आखिरकार चंबा की आवाज ने इस बात का अंदेशा जताया था कि पंचायत समिति अध्यक्ष (BDC Chairman) पांगी के लिए 18 अगस्त को आयोजित होने वाली चुनाव प्रक्रिया किन्हीं कारणों से टल सकती है।
ऐसा ही हुआ है। अब यह चुनाव प्रक्रिया 22 अक्तूबर को फिर से आयोजित होगी। सोमवार को बुलाई गई इस चुनाव प्रक्रिया में 15 पंचायत समिति सदस्यों (BDC) में 6 सदस्य ही मौजूद रहे। एक बार फिर से 9 पंचायत समिति सदस्यों ने अपनी मौजूदगी दर्ज नहीं करवाई जिस वजह से इन नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए आयोजित शपथ ग्रहण कार्यक्रम भी धरा का धरा रह गया।
आखिरकार वहीं हुआ जिसका जताया था अंदेशा

कांग्रेस व भाजपा के बीच BDC अध्यक्ष पद पांगी की कुर्सी को लेकर अंदर खाते खिंचतान जारी।

अब पांगी प्रशासन ने 22 अक्तूबर को तीसरी बार शपथ ग्रहण कार्यक्रम के साथ दूसरी बार समिति के नये अध्यक्ष पद के चयन प्रक्रिया का आयोजन किया जाएगा। गौरतलब है कि पहली बार आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में 6 ही पंचायत समिति के सदस्य शामिल हुए थे तो 18 को भी वही सदस्य मौजूद रहे।
इस परिस्थिति से यह साफ होता है कि दोनों राजनैतिक दल पांगी पंचायत समिति के अध्यक्ष पद को अपनी झोली में डालने के लिए बेचैन है तो साथ ही वह इस मामले में किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहते है। जब तक उन्हें इस बात का पूरा विश्वास नहीं हो जाता है कि अब यह पद पूरी तरह से उनके खाते में शामिल होने वाला है। आखिरकार यह पद दोनों राजनैतिक दलों की साख का सवाल बना हुआ है।
इसकी एक वजह जहां अगले वर्ष होने वाला विधानसभ का चुनाव है तो दूसरी तरफ से इन दिनों चल ही मंडी संसदीय क्षेत्र की चुनाव प्रक्रिया है। निसंदेह अध्यक्ष पद को कांग्रेस व भाजपा इस चुनाव पर पड़ने वाले प्रभाव और उससे आने वाले दिनों में राजनैतिक दृष्टि से होने वाले नफा-नुक्सान का आंकलन भी कर रहे होंगे। इन तमाम बातों को देखते हुए यह कहा जा सकता है पांगी घाटी के लोगों के लिए मंडी संसदीय उपचुनाव के साथ-साथ पांगी पंचायत समिति अध्यक्ष पद का चुनाव भी रोचक स्थिति बनाए हुए है।  
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