सुक्खू सरकार में चुराह निर्वाचन क्षेत्र अधिकारियों को तरसा

critical Shortage of Officer in Churah People upset news

critical Shortage of Officer in Churah : चुराह जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में, जहां स्थानीय निवासियों की समस्याओं का त्वरित समाधान आवश्यक है, वहां एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार जैसे प्रबंधन पदों का रिक्त रहना, प्रशासन के कार्य में रुकावट पैदा कर रहा है।

चंबा,( विनोद ): हिमाचल का चुराह विधानसभा क्षेत्र में सत्ता परिवर्तन के साथ तबादलों का दौर ऐसा शुरू हुआ कि एक के बाद एक अधिकारी यहां से बदल दिया गया जिस वजह से वर्तमान में चुराह उपमंडल एसडीएम, तहसीलदार व नायब तहसीलदार के पद खाली पड़े हुए है।

Churah sub-division के दायरे में करीब 55 पंचायतें आती है। इन 55 पंचायतों में रहने वाली हजारों की आबादी की समस्याओं के निवारण व प्रशासनिक कार्यों को अंजाम देने के लिए Sub Divisional Officer Civil ( SDM ) चुराह की भूमिका अहम रहती है। इसी तरह से भू-राजस्व विभाग से संबंधित व विभिन्न प्रमाण पत्रों का जारी करने में तहसीलदार व नायब तहसीलदार का जिम्मा रहता है, लेकिन कुछ समय से यह पद भी खाली पड़े हुए है। 

इन महत्वपूर्ण पदों पर तैनात अधिकारियों के एक-एक करके तबादला कर दिया गया लेकिन उनके स्थान पर अभी तक नये अधिकारियों की तैनाती नहीं हुई है। जिस वजह से लोगों को अपने काम करवाने में परेशानी पेश आ रही। यही नहीं इन अधिकारियों के रिक्त पद होने की वजह से लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ पाने या फिर आवेदन करने को भी सफलता नहीं मिल पा रही है।

चुराह निवासी रामलाल, चंदू राम, दौलतू, किशन चंद, प्रताप सिंह, मानकू राम, होशियार सिंह व दलीप का कहना है कि अपने आप में यह विचित्र बात है कि चुराह के विकास की बात करने वाले नेता इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है। विपक्ष भी तमाशबीन बना हुआ है। जिस वजह से चुराह की जनता परेशान है। लोगों का कहना है कि गुटों में बंटी चुराह कांग्रेस में वर्चस्व की लड़ाई शीत युद्ध की तरह भीतर ही भीतर चली हुई है जिसका नुक्सान चुराह को पहुंच रहा है।

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लोगों ने हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से मांग की है कि जल्द से जल्द चुराह sdm, तहसीलदार व नायब तहसीलदार के रिक्त पदों को भरने को प्रभावी कदम उठाकर चुराह की परेशान जनता काे राहत पहुंचाने का काम करे। लोगों का कहना है कि यदि सरकार इस मामले पर गंभीरता नहीं दिखाती है तो विपक्ष को जल्द सड़क पर उतर कर अपने राजधर्म का पालन करना चाहिए। 

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