चंबा में राज्य विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों, अधिकारियों व पेंशनरों ने रोष-प्रदर्शन व नारेबाजी की

चंबा में राज्य विद्युत बोर्ड

चंबा में राज्य विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों, अधिकारियों व पेंशनरों ने रोष-प्रदर्शन व जमकर नारेबाजी की। इसके बाद प्रबंध निदेशक की शव यात्रा निकाली गई। वेतनमान न मिलने से गुस्साए हड़ताली कर्मचारियों ने बोर्ड की वित्तीय बदहाली के लिए प्रबंधक वर्ग को जिम्मेदार बताया।

चंबा, (विनोद):हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड के आंदोलित कर्मचारियों व अधिकारियों ने कहा कि जब तक बिजली बोर्ड में स्थायी प्रबंध निदेशक की तैनाती नहीं की जाएगी तब तक बोर्ड के अधिकारियों-कर्मचारियों को इस तरह की परेशानी पेश आती रहेगी। उन्होंने सरकार ने जल्द स्थायी प्रबंध निदेशक की तैनाती की मांग की है। राज्य विद्युत बोर्ड के मुख्य सचिव मुकेश कुमार जट और पूर्व मुख्य सलाहकार अनिल वर्मा ने कहा कि बोर्ड पिछले 9 माह से अस्थायी प्रबंध निदेशक के सहारे चलाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि जनवरी माह का पहला सप्ताह समाप्त होने वाला है लेकिन अभी तक बोर्ड के कर्मचारियों का वेतन और पेंशनरों की पेंशन नहीं मिल पाई है। बिजली बोर्ड से 50 हजार परिवार जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि जिस अधिकारी को बोर्ड के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। उनके पास पहले से ही दो विभागों का भार है।

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यूनियन के पदाधिकारियों ने सरकार से बिजली बोर्ड में स्थायी प्रबंध निदेशक लगाने की मांग की है। कहा कि सरकार की ओर से किए गए सभी संशोधन बोर्ड में भी लागू किए जाएं। कानूनी तौर पर पुरानी पेंशन के बारे में किया गया सरकार का यह संशोधन भी बोर्ड में लागू करना अनिवार्य है।

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