निजी कंपनी के कारनामे का छिपाने के आरोप में 3 कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट की तैयारी में वन विभाग जुटा। यही नहीं वन विभाग चंबा ने उक्त जलविद्युत कंपनी की मनमर्जी पर नकेल कसते हुए उसके कार्य को भी बंद करवा दिया है।
चंबा,( विनोद ): जिला चंबा में वन विभाग के आर.ओ.,बी.ओ. व फोरेस्ट गार्ड की नौकरी पर बन आई है। वजह जलविद्युत निर्माण कार्य में जुटी कंपनी के कारनामों को छिपाने का आरोप है। सी.सी.एफ. ने इस मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए उन्हें चार्जशीट करने का फैसला लिया है।
क्या है पूरा मामला
वन मंडल भरमौर के दायरे में आने वाली वन रेंज सवाई में निर्माणाधीन जलविद्युत परियोजना के निर्माण कार्य में जुटी कंपनी ने अपने फायदे के लिए रिजर्व वन भूमि को वगैर अनुमति के प्रयोग कर डाला। कंपनी की इस मनमानी पर नकेल कसने की वजाए वनरक्षक, बी.ओ.ने गलत रिपोर्ट विभाग को की। आर.ओ. ने भी उसी रिपोर्ट पर आगे भेज दिया लेकिन जब विभाग के उच्चाधिकारियों ने मामले की जांच की तो उक्त रिपोर्ट गलत पाई।
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कंपनी ने वन अधिनियमों को ठेंगा दिखाने के मामले में उक्त आर.ओ.,बी.ओ. व वनरक्षक को दोषी पाते हुए सीसीएफ वन चंबा ने तीनों को चार्जशीट करने के लिए उच्चाधिकारियों को मामला भेज दिया है। सीसीएफ चंबा अभिलाष दामोदरन ने इस बात की पुष्टि की। उक्त अधिकारी के इस कड़े रूख से इन कर्मचारियों की नौकरी पर जांच की तलवार लटक गई है।
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वन विभाग ने बी.ओ. को इसकी जांच के आदेश दिए तो उसने वनरक्षक की रिपोर्ट का अनुसरण किया। यही नहीं आर.ओ. ने भी वनरक्षक व बी.ओ. की रिपोर्ट पर ही अपनी सहमति की मोहर लगाकर कंपनी के कार्य को सही ठहराया। बाद में जब उच्च स्तरीय जांच करवाई गई तो तीनों कर्मचारियों की रिपोर्ट गलत पाई गई।