चंबा,( विनोद ): हिमाचल के चंबा में डाटा एंट्री ऑपरेटर के खिलाफ विजिलेंस ने FIR दर्ज की है। डाटा एंट्री ऑपरेटर पर रिश्वत मांग का मामला दर्ज किया गया है। यह रिश्वत डायग्नोस्टिक सेंटर खोलने की अनुमति को लेकर मांगी गई। यह डाटा एंट्री ऑपरेटर सीएमओ कार्यालय चंबा में तैनात है। इस मामले की शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस ने यह कदम उठाया है। विजिलेंस ने मामले की जांच शुरू कर दी।
मामले में और कौन जांच में जुटी विजिलेंस
शनिवार को आउटसोर्स कर्मचारी के खिलाफ विजिलेंस ने एफआईआर( FIR ) दर्ज की। अब विजिलेंस इस मामले में आगामी कार्रवाई को अंजाम देगी। लेकिन अभी तक यह पहेली बनी हुई है कि आखिरकार किसकी इशारे पर आउटसोर्स कर्मचारी ने रिश्वत की मांग की। साथ ही विजिलेंस इस बात का भी पता लगाने में जुट गई है कि इस मामले में और कौन-कौन शामिल है। सूत्रों की मानें तो जैसे-जैसे विजिलेंस जांच का शिकंजा कसता जाएगा वैसे-वैसे कई और नामों का खुलासा हो सकता है।
ये भी पढ़ें: विजिलेंस का एनएच कार्यालय में छापा।
डायग्नोस्टिक सेंटर के निरीक्षण को रिश्वत मांगने की शिकायत
गौरतलब है कि चंबा में एक निजी कंपनी ने डायग्नोस्टिक सेंटर सिटी स्कैन खोलने के लिए सीएमओ कार्यालय चंबा में आवेदन किया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उक्त केंद्र का दौरा कर एनओसी देनी थी। इस निरीक्षण को जल्द व सहज बनाने के नाम पर सीएमओ कार्यालय चंबा में तैनात आउट सोर्स कर्मचारी ने रिश्वत मांगी थी।
ये भी पढ़ें: चंबा के लिए यलो अलर्ट जारी।
सोशल मीडिया में गर्माया हुआ था मामला
विजिलेंस की माने तो यह मामला सोशल मीडिया पर भी काफी दिनों से गर्माया हुआ था। विजिलेंस के पास जब शिकायतकर्ता ने शिकायत की तो विजिलेंस की प्रथम जांच में जो तथ्य सामने आए उसके आधार पर यह मामला दर्ज किया गया है। विजिलेंस के एएसपी अभिमन्यु वर्मा ने बताया कि इस मामले की एफआईआर दर्ज हो चुकी है।