85 लाख रुपए की लागत से बने इंस्पेक्शन हट मामले में वन विभाग का कड़ा रुख
चंबा, ( विनोद ): वन विभाग ने Big Action करते हुए 2 DFO को Notice जारी किया है। चुराह में बने इंस्पेक्शन हट के निर्माण कार्य में हुई वित्तीय अनियमितताओं व विभागीय नियमों की अनदेखी करने के मामले पर यह कड़ा कदम उठाया है। मामले की जांच की आंच एक सेवानिवृत्त व एक वर्तमान में चुराह वन मंडल में तैनात डीएफओ के दामन तक पहुंच गई है।
85 लाख रुपए की लागत से बने इस इंस्पेक्शन हट की जांच की तह तक जाने के लिए विभाग ने अपनी जांच के दायरे को कर्मचारी वर्ग से बढ़ाते हुए अब अधिकारियों तक बढ़ा दिया है। वन विभाग के वन वृत कार्यालय चंबा के अनुसार विभाग ने 26 सितंबर को यह नोटिस जारी करते हुए एक सेवानिवृत डीएफओ व एक वर्तमान डीएफओ को इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए 12 अक्टूबर तक का समय दिया है।
विभाग इस मामले में अब जांच में इस पहलू को जानना चाहता है कि वर्ष 2018-19 से इस इंस्पेक्शन हट के निर्माण कार्य पर अब तक 85 लाख रुपए खर्च करने से पूर्व आवश्यक कार्रवाई को अमलीजामा क्यों नहीं पहनाया गया और इसके बगैर शुरू किए गए इस कार्य की जांच करने में तत्कालीन एसीएफ व डीएफओ ने रुचि क्यों नहीं दिखाई।
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इस जांच के दायरे में वन मंडल चुराह के सेवानिवृत डीएफओ अशोक कुमार व वर्तमान में इस वन मंडल के कार्यरत वन मंडल अधिकारी का नाम शामिल है। विभाग का यह मानना है कि जांच में जब सरकारी व विभागीय नियमों को निचले स्तर पर अनदेखा किया जा रहा था तो उक्त वन मंडल में उस दौरान कार्यरत एसीएफ व डी.एफ.ओ. ने इस पर गौर क्यों नहीं किया।
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इसमें कोई दोराय नहीं है कि जब निचले स्तर पर कोई कर्मचारी किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता या विभागीय दिशा-निर्देश नजर अंदाज करता है तो उस पर रोक लगाने के साथ-साथ ऐसे मामलों में लिप्त कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दायित्व उक्त अधिकारियों पर होता है लेकिन चुराह विधानसभा क्षेत्र में 85 लाख रुपए की लागत से बने इस इंस्पेक्शन हट के निर्माण कार्य पर विभाग के उक्त अधिकारियों ने अपने दायित्व का निर्वाहन क्यों नहीं किया। इस बात का पता लगाया जाना बेहद जरुरी है।
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