लंबित मांगों के समर्थन में हिमाचल प्रदेश राजस्व अधिकारी मुखर

अपने 13 सूत्री मांग पत्र को पूरा करने की सरकार से मांग की

चंबा, ( विनोद ): लंबित मांगों के समर्थन में हिमाचल प्रदेश राजस्व अधिकारी मुखर हुए। सोमवार को यह अधिकारी आकस्मिक अवकाश पर रहे। इस वजह से जिला चंबा की सभी तहसीलों व उपतहसीलों का काम प्रभावित हुआ। उनके इस आंदोलन का कानूनगो व पटवारी संघ ने भी समर्थन किया।

 

सोमवार को हिमाचल प्रदेश राजस्व अधिकारी संघ ने आकस्मिक अवकाश पर जाने का कॉल किया था जिसे चंबा इकाई ने पूरी सफलता के साथ अंजाम दिया। यह वर्ग काफी समय से अपनी 13 मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं लेकिन इनके अभी तक पूरा न होने की वजह से संघ ने यह फैसला लिया था।

 

जिला चंबा की बात करे तो संघ के इस निर्णय से सोमवार को जिला चंबा की सभी 13 तहसीलों व उप तहसीलों में कार्य व्यवस्था लगभग ठप्प रही। संघ की माने तो लंबे समय से अपनी मांगों के पूरा होने की यह वर्ग मांग कर रहा है लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया है।

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सरकार के इस रवैये की वजह से ही संघ को यह फैसला लेना पड़ा। हिमाचल प्रदेश राजस्व अधिकारी संघ की जिला इकाई अध्यक्ष राजेश ने बताया कि एचएएस में विभागीय कोटे को दिन व दिन कम किया जा रहा है जिसके चलते इस वर्ग में भारी रोष है।
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इसके अलावा राजस्व विभाग के अधिकारियों को सरकारी वाहन सुविधा उपलब्ध नहीं है जबकि उन्हें आए दिन विभिन्न सरकारी कार्यों के चलते फील्ड में जाना पड़ता है। वाहन सुविधा न होने की वजह से इस अधिकारी वर्ग को भारी मानसिक परेशानी उठानी पड़ती है।

 

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उन्होंने बताया कि यूं तो इस वर्ग की 13 मांगें हैं जिन्हें समय-समय पर सरकार के सम्मुख रखा गया है लेकिन अफसोस की बात है कि अभी तक इन मांगों को पूरा करने में सरकार ने कोई रुचि नहीं दिखाई है।