सलूणी, ( दिनेश ): डल्हौजी विकास खंड सलूणी के दायरे में आने वाले 7 घर खाली करवाए गए हैं ताकि किसी प्रकार के जानमाल का नुक्सान न हो। इन 7 घरों पर खतरा मंडराया हुआ है जिस वजह से प्रशासन ने संबन्धित परिवारों को एनएचपीसी बैरा-स्यूल के सुरंगानी कॉलोनी में शिफ्ट किया है। डल्हौजी विधायक डी.एस.ठाकुर व एसडीएम सलूणी ईशांत जसवाल ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया।
विकास खंड सलूणी की ग्राम पंचायत बयाणा के 7 परिवारों को इसलिए अपना घर खाली करने का मजबूर होना पड़ा है क्योंकि बैरा-स्यूल खड्ड उफान पर है। कई किसानों के खेत बाढ़ की चपेट में आकर बह गए। मौका करने के उपरांत विधायक ने उपमंडल प्रशासन के साथ बेरा-स्यूल पावर स्टेशन के अधिकारियों से मुलाकात कर इस स्थिति से अवगत करवाया और इस दिशा में शीघ्र प्रभावी कदम उठाने को कहा।
एसडीएम सलूणी ईशांत जसवाल ने बताया कि 7 परिवारों को NHPC की कॉलोनी को शिफ्ट कर दिया गया है। जिन परिवारों को शिफ्ट किया है उनमें नरसिंह, अमी चंद , गंगाराम ,दिशो देवी, खेमराज, जालम, नरैण का नाम शामिल है।
उन्होंने बताया कि यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि बैरा-स्यूल नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से किसी प्रकार के जानमाल का नुक्सान न हो। डल्हौजी विधायक डीसी ठाकुर ने उपमंडल प्रशासन को तुरंत नुक्सान का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।
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विधायक ने प्रभावित किसानों को भरोसा दिया कि इस मामले को वह मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे और प्रभावितों को हर संभव सहायता मुहैया करवाने का प्रयास किया जाएगा। इस मौके पर ग्राम पंचायत ब्याणा के उप प्रधान अजय भारद्वाज, पूर्व प्रधान परविंदर कुमार व पटवारी सुनील कुमार मौजूद रहे।
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एनएचपीसी बैरा-स्यूल परियोजना महाप्रबंधक के.टी. राजापांडियन ने विधायक व प्रशासन को भरोसा दिलाया कि बाढ़ के प्रभाव से संबन्धित क्षेत्र के किसानों को राहत पहुंचाने के लिए शीघ्र सुरंगाणी गांव के समीप कंकरीट वॉल लगाई जाएगी ताकि भविष्य में इस प्रकार की स्थिति का स्थानीय लोगों को सामना न करना पड़े।