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यूं तो है 3 मगर बनीखेत को एक भी नसीब नहीं

डल्हौजी की 2 दर्जन से अधिक पंचायतों के बच्चों को यह सुविधा हासिल नहीं

बनीखेत, 30 जून (गोल्डी): यूं तो बनीखेत क्षेत्र डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र को प्रमुख अंग है लेकिन इसके साथ राजनैतिक दृष्टि से इस कदर उपेक्षापूर्ण व्यवहार किया जा रहा है कि इस क्षेत्र के बच्चों को कालेज स्तर की शिक्षा प्राप्त करने के लिए 100 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
यह बात और है कि इस विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाले उपमंडल सलूणी में एक या दो नहीं बल्कि तीन सरकारी कालेज मौजूद हैं जिनकी आपस में दूरी महज 15 से 20 किलोमीटर के बीच की है। इस वजह से न चाहते हुए भी बनीखेत के लोगों के मन में क्षेत्रवाद की आंशका पैदा होती है।
जानकारी के अनुसार डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाली करीब 2 दर्जन पंचायतों के बच्चों को सरकारी कालेज की शिक्षा सुविधा प्राप्त करने के लिए चंबा या फिर चुवाड़ी कालेज जाना पड़ता है। इन दोनों कालेजों की बनीखेत से एक तरफा दूरी करीब 50 किलोमीटर है।
ऐसे में इस क्षेत्र के गरीब बच्चों को इतनी अधिक दूरी होने की वजह से या तो कालेज स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रहना पड़ता है या फिर उन्हें भारी आर्थिक परेशानी का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
इतना जरुर है कि बनीखेत में कालेज शिक्षा के नाम पर एक निजी कालेज मौजूद है लेकिन उसकी भारी भरकम फीस चुकता करना गरीब व मध्यवर्गी परिवार के लिए संभव नहीं है।

इसे भी पढ़ें-: हिमाचल में यहां रिश्तों को किया तार-तार।

ऐसे में इन 2 दर्जन पंचायतों में रहने वाले लोगों और युवाओं में सरकार के खिलाफ रोष पैदा होने लगा है। लोगों का कहना है कि यूं तो क्षेत्र के सत्ताधारी दल के नेता खुद को बेहद तीसमार खान बताने से गुरेज नहीं करते हैं लेकिन उनकी पहुंच महज अपनी दिलचस्पी वाले लोक निर्माण व जलशक्ति विभाग तक ही सीमित नजर आती है।
बनीखेत के लोगों को सरकारी कालेज की सुविधा प्राप्त हो जाए इसकी संभावना बेहद कम नजर आती है क्योंकि इस विधानसभा क्षेत्र में जहां पहले से ही तीन सरकारी कालेज व एक निजी कालेज मौजूद है।
यह स्थिति चाहे जिस भी कारण पैदा हुई है। इसका खामियाजा आने वाले विधानसभा चुनावों में सत्ताधारी दल और उससे जुड़े नेताओं को भुगतना पड़ सकता है।
यह बात सही है कि बनीखेत क्षेत्र में एक सरकारी कालेज का होना बेहद जरूरी है। इस बात को समझते हुए बनीखेत क्षेत्र को यह सरकारी शिक्षण संस्थान सुविधा मुहैया करवाने के लिए प्रयास जारी है।
डी.एस.ठाकुर अध्यक्ष जिला मार्किट कमेटी चम्बा
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VINOD KUMAR

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यूं तो है 3 मगर बनीखेत को एक भी नसीब नहीं

Update Time : 10:52:24 am, Wednesday, 30 June 2021

डल्हौजी की 2 दर्जन से अधिक पंचायतों के बच्चों को यह सुविधा हासिल नहीं

बनीखेत, 30 जून (गोल्डी): यूं तो बनीखेत क्षेत्र डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र को प्रमुख अंग है लेकिन इसके साथ राजनैतिक दृष्टि से इस कदर उपेक्षापूर्ण व्यवहार किया जा रहा है कि इस क्षेत्र के बच्चों को कालेज स्तर की शिक्षा प्राप्त करने के लिए 100 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
यह बात और है कि इस विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाले उपमंडल सलूणी में एक या दो नहीं बल्कि तीन सरकारी कालेज मौजूद हैं जिनकी आपस में दूरी महज 15 से 20 किलोमीटर के बीच की है। इस वजह से न चाहते हुए भी बनीखेत के लोगों के मन में क्षेत्रवाद की आंशका पैदा होती है।
जानकारी के अनुसार डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाली करीब 2 दर्जन पंचायतों के बच्चों को सरकारी कालेज की शिक्षा सुविधा प्राप्त करने के लिए चंबा या फिर चुवाड़ी कालेज जाना पड़ता है। इन दोनों कालेजों की बनीखेत से एक तरफा दूरी करीब 50 किलोमीटर है।
ऐसे में इस क्षेत्र के गरीब बच्चों को इतनी अधिक दूरी होने की वजह से या तो कालेज स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रहना पड़ता है या फिर उन्हें भारी आर्थिक परेशानी का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
इतना जरुर है कि बनीखेत में कालेज शिक्षा के नाम पर एक निजी कालेज मौजूद है लेकिन उसकी भारी भरकम फीस चुकता करना गरीब व मध्यवर्गी परिवार के लिए संभव नहीं है।

इसे भी पढ़ें-: हिमाचल में यहां रिश्तों को किया तार-तार।

ऐसे में इन 2 दर्जन पंचायतों में रहने वाले लोगों और युवाओं में सरकार के खिलाफ रोष पैदा होने लगा है। लोगों का कहना है कि यूं तो क्षेत्र के सत्ताधारी दल के नेता खुद को बेहद तीसमार खान बताने से गुरेज नहीं करते हैं लेकिन उनकी पहुंच महज अपनी दिलचस्पी वाले लोक निर्माण व जलशक्ति विभाग तक ही सीमित नजर आती है।
बनीखेत के लोगों को सरकारी कालेज की सुविधा प्राप्त हो जाए इसकी संभावना बेहद कम नजर आती है क्योंकि इस विधानसभा क्षेत्र में जहां पहले से ही तीन सरकारी कालेज व एक निजी कालेज मौजूद है।
यह स्थिति चाहे जिस भी कारण पैदा हुई है। इसका खामियाजा आने वाले विधानसभा चुनावों में सत्ताधारी दल और उससे जुड़े नेताओं को भुगतना पड़ सकता है।
यह बात सही है कि बनीखेत क्षेत्र में एक सरकारी कालेज का होना बेहद जरूरी है। इस बात को समझते हुए बनीखेत क्षेत्र को यह सरकारी शिक्षण संस्थान सुविधा मुहैया करवाने के लिए प्रयास जारी है।
डी.एस.ठाकुर अध्यक्ष जिला मार्किट कमेटी चम्बा