चंबा, ( विनोद ): चंबा के पुलों की मजबूती की जांच शुरू करने की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। एक के बाद एक पुल टूटने की घटना से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग को पुलों की स्थिति की समीक्षा करने के जो आदेश जारी किए थे उस पर लोक निर्माण विभाग मंडल चंबा ने कार्यवाही शुरू कर दी है।
इस दिशा में प्रभावी कदम उठाते हुए लोक निर्माण विभाग ने जिला मुख्यालय के साथ तीन उप मंडलों को जोड़ने वाले रावी नदी पर बना बालू पुल को प्रत्येक प्रकार की आवाजाही के लिए प्रतिबंधित कर दिया है तो साथ ही अन्य पुलों की मजबूती जानने की दिशा में भी कार्यवाही शुरू कर दी है।
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यही नहीं लोक निर्माण मंडल चंबा ने अपने उन पुलों के पास चेतावनी बोर्ड या भार क्षमता के बोर्ड लगाने जा रहा हैं जहां इस प्रकार की व्यवस्था नहीं है। लोक निर्माण मंडल चंबा के अधिशासी अभियंता जीत सिंह ठाकुर ने बताया कि उपायुक्त चंबा ने जो आदेश इस दिशा में जारी किए हैं उन्हें अमलीजामा पहनाने की दिशा में प्रभावी कदम उठाते हुए अपने उपमंडल के सभी एसडीओ को इस पर रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
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यही नहीं जिला मुख्यालय के साथ तीन उप मंडलों को जोड़ने वाला रावी नदी पर बने पुराने बालू पुल को भी लोक निर्माण विभाग ने वाहनों के साथ-साथ पैदल लोगों की आवाजाही के लिए भी बंद कर दिया है। विभाग की माने तो यह पुल वाहनों की आवाजाही के साथ पैदल चलने के लिए भी सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। इन बात को ध्यान में रखते हुए यह पुल किसी भी प्रकार की आवाजाही के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।
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विभाग का कहना है कि यूं तो प्रत्येक पुल के पास विभाग ने भार क्षमता की जानकारी देने वाले बोर्ड स्थापित किए रहते हैं लेकिन कई बार वे चोरी होने या फिर किन्हीं कारणों के चलते क्षतिग्रस्त हो चुके होते हैं। ऐसे स्थानों को भी चिन्हित करके वहां नये सिरे से बोर्ड स्थापित किए जाएंगे।