एन.एच.पी.सी. व एन.टी.पी.सी. के बीच एम.ओ.यू.

दोनों मिलकर विदेशों में विद्युत उत्पादन के साथ अन्य क्षेत्रों में कार्य करेंगे
चंबा, 10 अगस्त (विनोद): विदेशों में विद्युत क्षेत्र में अब एन.एच.पी.सी. व एन.टी.पी.सी. एक साथ मिलकर कार्य करेंगे। इस बात को पुख्ता बनाने के लिए मंगलवार को भारत सरकार के इन दोनों उपक्रम प्रबंधनों के बीच एम.ओ.यूं (समझौता ज्ञापन) पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर करने की औपचारिकता को अंजाम दिया गया।
एन.एच.पी.सी. व एन.टी.पी.सी. बीच एम.ओ.यू. प्रक्रिया को अंजाम देते उच्चाधिकारी।

एन.एच.पी.सी. व एन.टी.पी.सी. बीच एम.ओ.यू. प्रक्रिया को अंजाम देते उच्चाधिकारी।

इस समझौते के अनुसार अब भारत से बाहर विद्युत निर्माण परियोजना विकास, क्षमता निर्माण, ओ.एंड.एम. आर.एम.यू. और अन्य परामर्श कार्य को एन.एच.पी.सी. व एन.टी.पी.सी. मिलकर अंजाम देंगे। इस समझौता ज्ञापन पर नई दिल्ली में वाई.के. चौबे निदेशक (तकनीकी) एन.एच.पी.सी. व उज्जव कांति भट्टाचार्य निदेशक (परियोजनाएं) एन.टी.पी.सी. द्वारा हस्ताक्षर किए गए।
इस मौके पर वी.के.मैनी कार्यपालक निदेशक (एसबीडीएंडसी), एन.एच.पी.सी., रजनीश अग्रवाल महाप्रबंधक (एसबीडीएंडसी), एन.एच.पी.सी., एन.एम.गुप्ता प्रमुख (आईबीडी), एनटीपीसी और राजेश दास डीजीएम (आईबीडी) एनटीपीसी भी उपस्थित रहे। इस समझौता ज्ञापन के अनुसार एन.एच.पी.सी. और एन.टी.पी.सी. के बीच सहयोग के व्यापक क्षेत्रों में आपसी हित के देशों में हाईड्रो आधारित विद्युत संयंत्रों और संबन्धित बुनियादी ढांचे, सुविधाओं के लिए व्यवहारिता अध्ययन करने के लिए सहयोग स्थापित करना, तकनीकी वाणिज्यक व्यवहारिता के अधीन विदेशों में जल विद्युत परियोजनाओं का विकास पर-स्पर हित के क्षेत्रों में सहयोग व सुचनाओं का आदान-प्रदान और किसी अन्य पारस्परिक रूप से लाभप्रद विदेशी व्यापार, अवसर में सहयोग शामिल होगा।