Una News : 3 दिवसीय पिपलू मेला में मंत्री राजेश धर्माणी ने शिरकत कर यह कहा

Piplu fair formally ends

Una Piplu fair formally ends : जिला ऊना का तीन दिवसीय जिला स्तरीय ऐतिहासिक पिपलू मेला धूमधाम से सम्पन्न हुआ। मेले के अंतिम दिन टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, आवास प्रबंधन, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए।

ऊना, ( ब्यूरो ): जिला ऊना के जिला स्तरीय ऐतिहासिक पिपलू मेला के समापन पर राजेश धर्माणी ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन के प्रयासों से मेले के बेहतर आयोजन को लेकर सराहना की। मेला में सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा विभिन्न विकासात्मक प्रदर्शनियां(exhibitions) लगाई गई जिसमें अनेक प्रकार की ज्ञानवर्धक जानकारी हासिल हुई है। 

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से कुटलैहड़ में पर्यटन(Tourism in Kutlahar) विकास क्षेत्र को नए पंख लगेंगे। कुटलैहड़ क्षेत्र पर्यटन(Tourism) गंतव्य के रूप में पहचाना जाएगा तथा शीघ्र ही विश्व पर्यटन मानचित्र पर देखने को मिलेगा। राजेश धर्माणा ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खु ने सत्ता संभालते ही अनाथ बच्चों के लिए सुख आश्रय योजना आरंभ की जोकि पूरे भारत की पहली एक मात्र अनूठी पहल है जिसके जरिए राज्य के अनाथ बच्चें अपना जीवन-यापन सम्मानपूर्वक कर पा रहे हैं। राज्य के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है।

मुख्यमंत्री सुख शिक्षा(Education) योजना के तहत राज्य के बच्चों का भविष्य संवारा जा रहा है। इस योजना के तहत सभी पात्र विधवाओं एवं एकल नारियों के बच्चों को 27 वर्ष तक मुफ्त उच्च शिक्षा की सुविधा है तथा बच्चों के आरडी खाते में एक हज़ार रूपये प्रतिमाह जमा किए जाएंगे। इसके अलावा प्रदेश सरकार की महत्वकांशी योजना इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना को भी लागू कर दिया गया है जिसका लाभ प्रदेश की महिलाओं को मिल रहा है।

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इस दौरान व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने मेला कमेटी को ऐच्छिक निधि से 25 हज़ार रूपये देने की घोषणा की। इस मौके पर टाउन एवं कंट्री प्लानिंग,आवास प्रबंध,तकनीकी शिक्षा मंत्री ने पिपलू मेला 2024 की बहुरंगी स्मारिका का विमोचन भी किया। मेले के समापन्न अवसर पर अनेकों रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेलकूद प्रतियोगिताएं भी आयोजित करवाई गई तथा प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे बच्चों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। 

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