ST महिला के माध्यम से डल्हौजी के तीन नेता अपना राजनैतिक भविष्य सुरक्षित बनाने में जुटे

डल्हौजी 3 जनवरी (विनोद): नगर परिषद डलहौजी के चुनाव इस बार इतिहास रचने की ओर अग्रसर है। पहली बार इस नगर परिषद की अगुवाई अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित महिला करने जा रही है। यही वजह है कि इस नगर परिषद के दायरे में आने वाले 9 वार्डों में अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित 10 महिलाएं चुनावी मैदान में उतरी हैं। इस बार का चुनाव तीन चेहरों के पीछे लड़ा जा रहा है जिसमें दो चेहरे सत्ताधारी तो एक चेहरा विपक्ष के साथ जुड़े नेता का है। यह तीनों चहरे नगर परिषद डल्हौजी पर अपने समर्थित प्रत्याशियों की जीत को सुनिश्चित बनाने में जुट गए हैं, क्योंकि इस चुनाव के बाद अगले वर्ष प्रदेश प्रदेश विधानसभा के चुनाव होंगे और इस बात को ध्यान में रखते हुए यह बड़े चेहरे अपनी जीत की जमीन को इस चुनाव के माध्यम से तलाशने में जुट गए हैं। मजेदार बात है कि अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित महिला के लिए नगर परिषद डलहौजी का अध्यक्ष पद इस बार आरक्षित है। इस बात को मध्य नजर रखते हुए इन तीनों चेहरों ने इस वर्ग से संबंधित 9 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा है। एक महिला इन चेहरों के दायरे से बाहर अपने दम पर चुनावी मैदान में उतरी है। नगर परिषद डलहौजी के वार्ड नंबर 3 से एसटी वर्ग से संबंधित 3, वार्ड नंबर 6 से दो, वार्ड नंबर 7 से एक, वार्ड नंबर 8 से 3 व वार्ड नंबर 9 से एक महिला चुनाव लड़ रही है। डलहौजी नगर परिषद के इतिहास पर नजर डालें तो यह दूसरा मौका है जब कोई महिला यहां की अध्यक्ष पद की कुर्सी पर विराजमान होंगी। इससे पूर्व इस पद पर भाजपा की वरिष्ठ नेता व डलहौजी की पूर्व विधायक रेणु चड्ढा बतौर महिला इस पद पर आसीन हो चुकी हैं लेकिन इस बार अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित महिला पहली बार अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालेगी। पर्यटन नगरी डलहौजी में एसटी वर्ग की तादाद काफी है लेकिन अब तक इस वर्ग को डलहौजी की सरदारी करने का मौका नहीं मिला परंतु इस बार जो रोस्टर जारी हुआ है उसने इस वर्ग को इस सम्मानीय पद पर काबिज होने का अवसर प्रदान किया है। नगर परिषद डल्हौजी के कुल 3314 मतदाताओं में महिला मतदाताओं की संख्या 1525 है।

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