चंबा, ( रेखा शर्मा ) जिला मुख्यालय चंबा में एनपीएस संघ की बैठक आयोजित हुई। बैठक में चंबा के उन हजारों कर्मचारी/ सेवानिवृत कर्मियों की पेंशन सुविधा पर चर्चा की गई जिन्होंने वर्षों तक भले सरकारी क्षेत्र में अपनी सेवाएं दी हो लेकिन नियमित सेवाकाल 10 वर्ष से कम रहा। ऐसे कर्मचारियों / सेवानिवृत कर्मचारियों के विषय को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा ताकि इस वर्ग के साथ भी न्याय हो सके। चंबा एनपीएस संघ के जिलाध्यक्ष सुनील जरयाल ने यह बात कही।
जरयाल ने बताया कि जिला चंबा में 10 वर्ष का नियमित सेवाकाल नहीं होने की वजह से कई ऐसे कर्मचारी हैं जो कि सेवानिवृति के बाद पुरानी पेंशन के हकदार नहीं होंगे। भले उन्होंने कई वर्षों तक सरकारी क्षेत्र में अपनी सेवाएं दी हो। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ ऐसे कर्मचारी है जो कि 10 वर्ष तक नियमित सेवाएं नहीं दे पाएंगे, जिसकी वजह यह है कि बैच वाइज आधार पर उनका नंबर ही 50 की आयु में लगा।
उन्होंने बताया कि जिला में ऐसे कितने सेवाकाल में तो कितने सेवानिवृत कर्मचारी है इसका पता लगाने में एनपीएस जुट गया है। एनपीएस कर्मचारी महासंघ जिलाध्यक्ष सुनील जरयाल ने रविवार को जिला मुख्यालय में ऐसे कर्मचारियों व सेवानिवृत कर्मियों के साथ बैठक करने के उपरांत यह बात कही।
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उन्होंने कहा कि आज ऐसे कर्मचारियों की पहली बैठक बुलाई गई थी जिसमें 100 के करीब ऐसे कर्मचारियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई जो कि वर्षों तक अंशकालीन, डेली वेज कर्मचारी के रूप में 15 से 20 साल तक सेवाएं देने के बाद नियमित तो हुए लेकिन नियमित कर्मचारी के तौर पर उनका 10 वर्ष से कम अवधि का सेवाकाल रहा। जरयाल ने बताया कि इसमें सबसे अधिक चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों का आंकड़ा सामने आया है।
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उन्होंने बताया कि कुछ तो ऐसे कर्मचारी है जिनका बैच वाइज नंबर 50 वर्ष से अधिक आयु होने के लगा। इस कारण से वे सरकारी कर्मचारी तो बन गए लेकिन उनका सेवाकाल 10 वर्ष का नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि पुरानी पेंशन योजना पाने से वंचित रहने वाले ऐसे सभी कर्मचारियों का एनपीएस कर्मचारी महासंघ आंकड़ा जुटाने में जुट गया है। इस प्रक्रिया के पूरा होते हुए इन कर्मचारियों अथवा सेवानिवृत कर्मचारियों के मामले को मुख्यमंत्री के ध्यान में लाया जाएगा।