चंबा, ( विनोद ): चम्बा में हाइड्रोजन गैस उत्पादन को लेकर जिला प्रशासन के साथ करीब 20 करोड़ रुपए का एमओयू किया गया है।एनएचपीसी के स्वतंत्र निदेशक प्रोफेसर डॉ अमित कंसल ने चमेरा-दो व चमेरा पावर स्टेशन के दौरे के दौरान यह बात कही। 3 दिवसीय दौरे पर आए प्रो. डॉ अमित कंसल ने चमरो दो व तीन पावर स्टेशनों को दौरा कर वहां का निरीक्षण भी किया और वहां चल रहे कार्यों को लेकर पावर स्टेशन प्रबंधन की सराहना की।
पावर स्टेशन पहुंचने पर पावर स्टेशन प्रमुख ब्रिकम सिंह व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा एनएचपीसी लिमिटेड के स्वतंत्र निदेशक प्रो. डॉ. अमित कंसल का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल द्वारा सलामी दी गई। कंसल ने अपने इस दौरे के दौरान चमेरा-II व चमेरा-III पावर स्टेशन में हो रहे राजभाषा कार्यों का निरीक्षण किया और निरीक्षण पंजिका में अपनी टिप्पणी दर्ज की। उन्होंने चमेरा-II व III पावर स्टेशन के पावर हाऊस व बाँध स्थलों का दौरा किया। स्वतंत्र निदेशक ने चमेरा-III बाँध स्थल पर रावी नदी की पूजा भी की।
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डॉ अमित कंसल ने चमेरा-II व III में चल रहे कार्यों पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए दोनों पावर स्टेशन के टीम वर्क की सराहना की। दौरे के दौरान डॉ कंसल ने अधिकारियों तथा कर्मियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दोनों पावर स्टेशनों का कार्य बहुत अच्छे से चल रहा है और सबकी मेहनत से पावर स्टेशन व एनएचपीसी विकास की दिशा में अग्रसर है। लिए कार्य करते रहें। उन्होंने कहा कि एनएचपीसी निगम, विद्युत क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए अपने पावर स्टेशन के माध्यम से प्रतिवर्ष सी.एस.आर. के तहत स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा, ग्रामीण विकास, कला व संस्कृति तथा सामाजिक उत्थान में भी अहम भूमिका निभा रहा है।
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उन्होंने कहा कि यह बेहद हर्ष की बात है कि एनएचपीसी के चमेरा-II पावर स्टेशन के माध्यम से जिला चंबा के संपर्क, स्वास्थ्य व शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं को और बेहतर बनाने में एनएचपीसी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पंडित जवाहरलाल नेहरू राजकीय मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल चम्बा में 128 स्लाइस की सीटी स्कैन तथा 1.5 टेसला एम.आर.आई. मशीनें लगवाने हेतु 15 करोड़ 3 लाख रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की है।
उन्होंने कहा कि उपरोक्त स्वास्थ्य सुविधाओं की जिला चंबा के लोगों को बेहद आवश्यकता था क्योंकि इन सुविधाओं की कमी के चलते जिला के लोगों को इन स्वास्थ्य सेवाओं को पाने के लिए दूसरे राज्यों का रुख करने को मजबूर थे । यही नहीं जिला चंबा की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एनएचपीसी ने जिला प्रशासन के साथ 52 स्कूलों के निर्माण को लेकर एमओयू साइन किया है। 9 करोड़ पांच लाख रुपए इन कार्य पर खर्च होंगे जिसमें से 1 करोड़ 81 लाख रुपए की राशि जारी कर दी है।
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डॉ कंसल ने बताया कि जिला चम्बा में हाइड्रोजन गैस उत्पादन को लेकर जिला प्रशासन के साथ करीब 20 करोड़ रुपए का एमओयू किया गया है। पर्यावरण को साफ व स्वच्छ रखने में इस कार्य से प्रोत्साहन मिलेगा। इसके साथ ही शीतला पुल, करिया-भढ़िया पुल व अन्य छोटे-बड़े महत्वपूर्ण पुलों का निर्माण करके यहां के स्थानीय लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने और उनके बीच सामंजस्य लाने का काम भी एनएचपीसी ने अपने पावर स्टेशनों के माध्यम से बखूबी किया है। इसके लिए चमेरा-दो प्रबंधन बधाई का पात्र है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में ही आप सब इसी तन्मयता से देश के विकास कार्यों में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते रहेंगे।