मणिमहेश के लिए चंबा से रवाना हुई पवित्र छड़ी

मणिमहेश-चंबा के बीच की दूरी को 6 दिनों में पैदल तय करेगी यह दशनाम छड़ी

चंबा, 7 सितंबर (विनोद): मंगलवार को जिला मुख्यालय से मणिमहेश के लिए पवित्र दशनाम छड़ी रवाना हुई। दशनाम अखाड़ा चंबा के महंत यतिन्त्र गिरी की अगुवाई में यह प्राचीन छड़ी यात्रा 6 दिनों के भीतर चंबा से मणिमहेश के बीच की दूरी को पैदल तय करते हुए 12 सितंबर को मणिमहेश डल पर पहुंचेगी।
मणिमहेश के लिए चंबा से निकली पवित्र छड़ी।

मणिमहेश के लिए चंबा से निकली पवित्र छड़ी।

अगली सुबह करीब 7 बजे यह छड़ी मणिमहेश डल में डुबकी लगाएगी। इस छड़ी के पवित्र डल में डुबकी लगाने के साथ ही यह मणिमहेश यात्रा संपन्न हो जाएगी। मंगलवार की शाम करीब चार बजे यह दशनाम छड़ी मणिमहेश के लिए धूमधाम से कोविड के नियमों की अनुपालन के बीच मणिमहेश के लिए रवाना हुई।
इस छड़ी यात्रा में देश के विभिन्न राज्यों व अखाड़ों से आए साधु संत शामिल है। मंगलवार को यह छड़ी अपने पहले पड़ाव यानी जुलाहकड़ी के श्रीराधाकृष्ण मंदिर पहुंचेगी तो बुधवार को वह मैहला के लिए रवाना होगी। इस तरह से 6 पड़ाव लगाते हुए मणिमहेश पहुंचेगी।
छड़ी के लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में विश्राम के दौरान साधु संत भोले के रंग में रंगे हुए।

छड़ी के लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में विश्राम के दौरान साधु संत भोले के रंग में रंगे हुए।

महंत ने व्यवस्था पर रोष जताया तो विधायक पवन नैयर व एस.डी.एम. चंबा ने मौके पर पहुंच कर मनाया

दशनाम अखाड़ा के महंत यतीन्द्र गिरी ने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताते हुए लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में बगैर प्रसाद लिए ही साधुओं को पड़ाव की तरफ बढ़ने को कहा तो मौके पर मौजूद लोगों ने महंत व साधुओं की इस नाराजगी के बारे में सदर विधायक पवन नैयर को सूचना दी जिसके चलते मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर विधायक लक्ष्मीनाथ परिसर पहुंचे और उन्होंने नाराज साधुओं को मनाया।
मणिमहेश के लिए चंबा से पवित्र छड़ी लेकर दशनाम अखाड़ा चंबा के महंत यतिंद्र गिरी साधुओं के साथ जाते हुए।

मणिमहेश के लिए चंबा से पवित्र छड़ी लेकर दशनाम अखाड़ा चंबा के महंत यतिंद्र गिरी साधुओं के साथ जाते हुए।

 

साधुओं का कहना था कि हर वर्ष इस छड़ी यात्रा के दौरान जिला के प्रशासन की तरफ से अधिकारी दशनाम अखाड़ा पहुंच कर छड़ी यात्रा के साथ चलते थे तो साथ ही प्रशासन इस छड़ी यात्रा के बारे में जानकारी सार्वजनिक करता था। यही नहीं छड़ी के लिए बैंड बाजे की व्यवस्था भी प्रशासन करता था लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ।
न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी इसमें शामिल हुआ और न ही बैंड बाजे की कोई व्यवस्था की गई। इस पर विधायक ने कहा कि आपसी तालमेल की कमी की वजह से ऐसा हुआ है। उन्होंने कहा कि अगली बार ऐसा हरगिज नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह छड़ी यात्रा अमरनाथ यात्रा की छड़ी के समान है और इसका ऐतिहासिक, धार्मिक महत्व है तो साथ ही यह लोगों की भावनाओं के साथ जुड़ी हुई है।
SDM चंबा नवीन तंवर ने मौके पर पहुंच कर महंत से इस मामले को लेकर क्षमा मांगते हुए यह आश्वासन दिया कि इससे आगे यात्रा में उन्हें इस प्रकार की किसी भी परेशानी का उन्हें सामना नहीं करना पड़ेगा। विधायक व एस.डी.एम. का आश्वासन मिलने के बाद मणिमहेश छड़ी यात्रा अपने अगले पड़ाव के लिए रवाना हुई।
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