Shimla News: हिमाचल का जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में बादल फटने व हिमस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में अब समक्ष होगा। यही नहीं लाहौल-स्पीति के लिए बचाव कार्यों, कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा शरद ऋतु में बर्फबारी तथा अन्य आपदाओं के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया के लिए यह चार फोर्स गुरखा वाहन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वीरवार को इन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तो साथ ही उन्होंने बताया कि यह वाहन आई.सी.आई.सी.आई. फाऊंडेशन द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत यह वाहन प्रदान किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वाहन शून्य से लेकर माइनस 30 डिग्री तापमान वाले क्षेत्रों में प्रभावी सिद्ध होंगे।
कठिन भाैगोलिक परिस्थितियों के लिए उपयुक्त है ये वाहन-CM
इन वाहनों की इंजन क्षमता तथा ग्राउंड क्लीयरेंस बेहतर है, जो लाहौल-स्पीति की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के लिए उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि जिला में बादल फटने तथा हिमस्खलन जैसी घटनाएं आम हैं। ऐसे में आम जनता कीे कठिनाईयों को कम करने एवं राहत व बचाव कार्यो में इन वाहनों से मदद मिलेगी।
यह वाहन बचाव दल तथा अन्य उपकरणों के तीव्र आवागमन में सहायक सिद्ध होंगे, जिससे बहुमूल्य जानें बचाई जा सकेंगी। लाहौल-स्पिति जिला के लिए यह वाहन प्रदान करने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि यह कदम प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों के लोगों के प्रति मुख्यमंत्री की संवेदनाओं को दर्शाता है।
स्पीति घाटी के प्रवास में किया वायदा पूरा किया
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के हाल ही में स्पीति घाटी के प्रवास के दौरान यह मुद्दा उठाया गया था और सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर लोगों की इस मांग को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि स्पीति घाटी की जनता मुख्यमंत्री की इस उदारता के लिए आभारी है।
ये रहे मौजूद
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, विधायक रवि ठाकुर, आई.डी. लखनपाल और सुरेश कुमार, एडीजीपी कानून व्यवस्था अभिषेक त्रिवेदी और एसडीआरएफ की प्रमुख और पुलिस अधीक्षक इल्मा अफरोज भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।