वेबसाईट पर मिलेगा पूरा इतिहास, इस राज ने शिक्षा को दिया था अधिमान
चंबा, (विनोद ): 169 वर्ष पुराने चंबा जिला के इस स्कूल का one click में इतिहास दुनिया के किसी भी कौने के बैठे-बैठे मिल जाएगा। इसके लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय चंबा का स्कूल प्रबंधन प्रभावी कदम उठाने में जुट गया है। पूरी दुनिया अब इस स्कूल के गौरवमयी इतिहास से जल्द रूबरू होगी।
पहली बार जिला चंबा के इस रियासत काल में खुले स्कूल के इतिहास बारे लोगों को जानकारी देने के लिए स्कूल प्रबंधन इसकी वेबसाइट बनाने में जुटा हुआ है। मजेदार बात है कि यह स्कूल चंबा के राजा गोपाल सिंह के शासनकाल में 1863 में प्राथमिक स्कूल के रूप में खुला था और महज 8 वर्ष बाद ही 1871 में इस स्कूल को माध्यमिक स्कूल का दर्जा प्राप्त हो गया।
1883 में यह उच्च पाठशाला बना तो 1959 में इसे हायर सेकेंडरी स्कूल का दर्जा मिला। 37 वर्षों के बाद 1986 में स्कूल वरिष्ठ माध्यमिक बना। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय चंबा के प्रधानाचार्य जितेंद्र सिंह ने बताया कि इस स्कूल को रियासत काल में विशेष संरक्षण प्राप्त था।
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इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है इस स्कूल के पहले पांच मुख्याध्यापक ब्रिटिश थे तो साथ ही इस स्कूल के मुख्याध्यापक के रूप में नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन के नाना के.एन.सेन अपनी सेवाएं दे चुके है।
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यही नहीं हिमाचल के पहले विधानसभा अध्यक्ष जयवंत राम भी इसी स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने वालों की सूची में शुमार है। इस स्कूल ने हिमाचल को कई कैबिनेट मंत्री व विधायक दिए है जिसमें वर्तमान में चंबा सदर विधायक पवन नैयर का नाम भी शामिल है।
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उन्होंने कहा कि स्कूल के बेव साईट में इन सभी जानकारियों के अलावा स्कूल की 100 वर्ष से अधिक पुराने ऐतिहासिक भवन की सुंदर तस्वीरों के साथ 1863 से 2022 तक सेवा देने वालों के नामों की सूची और उनके कार्यकाल से जुड़ी जानकारी भी शामिल रहेगी।
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