Himalayan Musk Deer in Chamba : जिला चंबा में हिमालयी मस्क डियर की मौजूदगी से वन्य प्राणी विभाग में खुशी का माहौल है। वजह यह है कि जिला चंबा की 5 वाइल्ड लाइफ सेंच्यूरी की तीन में यह वन्य जीव मिला है। ऐसे में जिला चंबा देश के उन चुनिंदा क्षेत्र में शामिल हो गया है जहां यह इनडेंजर सपिसिज की श्रेणी में शामिल वन्य जीव मौजूद है।
चंबा, ( विनोद ): जिला चंबा की 5 वाइल्ड लाइफ सेंच्यूरी में तीन ऐसी है जहां कस्तूरी मृग ही मौजूदगी न सिर्फ कांगजों में दर्ज हुई बल्कि ट्रेप कैंमरे व लाइव रिकार्डिंग भी हुई है। इसमें कोई दोराय नहीं है कि वन्य प्राणी विंग हिमाचल प्रदेश व वन्य प्राणी वन मंडल चंबा के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
जानकारी के अनुसार हिमाचल के जिला चंबा का जनजातीय उपमंडल पांगी घाटी का हिल-टवान जो समुद्र तल से करीब 3000 मीटर की ऊंचाई पर स्थिति है वहां इस हिमालयी कस्तूरी मृग की मौजूदगी काे कैमरे में दर्ज किया गया है साथ ही भरमौर उपमंडल में मौजूद कुगती Wild Life Sanctuary तथा वाइल्ड लाइफ सेंच्यूरी खजियार में भी कस्तूरी मृग कैमरों में कैद हुआ है।
वन्य प्राणी वन मंडल चंबा के डीएफओ कुलदीप सिंह जंवाल का कहना है कि यह वन्य प्राणी विल्पुत होने के कगार पर पहुंच चुकी प्रजाति की सूची में शामिल है। उन्होंने कहा कि अपनी कस्तूरी के लिए यह मगृ शिकारियों व तस्करों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है। यही वजह है कि इस संख्या कम होती जा रही है, लेकिन यह राहत की बात है कि जिला चंबा में लोगों के सहयोग से अवैध शिकार पर कसी लगाम का ही परिणाम है कि इनकी संख्या में बढ़ौतरी दर्ज हुई है।
DFO जंवाल का कहना है कि कस्तूरी मृग की मौजूदगी से जिला चंबा को नई पहचान मिली है और आने वाले समय में यह क्षेत्र वन प्राणी प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगे। उन्होंने कहा मस्क डियर ने इन तीनों वन्य जीव संरक्षित अभ्यारण्य स्थली को एक नई पहचान देने का भी काम किया है जो बेहद हर्ष व गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि इन सभी वाइल्ड लाइफ सेंच्यूरी में विभाग ने कई स्थानों पर ट्रेप कैमरे लगाए हुए है जो यहां रहने वाले वन्य प्राणियों की नजर बनाए हुए है।
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कहां-कहां मिलता है Himalayan Musk Deer
Himalayan Musk Deer हिमालयी कस्तूरी मृग की मौजूदगी की बात करे तो यह उत्तर भारत के जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में पाया जाता है। विदेशों की बात करें तो यह वन्य प्राणी उत्तरी अफगानिस्तान, पाकिस्तान, तिब्बत, नेपाल और भूटान में मिलता है। विल्पुति की कगार पर पहुंच चुकी यह प्रजाति संरक्षित रहे इसके लिए सरकार ने इनके शिकार को प्रतिबन्धित किया हुआ है।
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