भरमौर,( ठाकुर ): मणिमहेश डल झील में जन्माष्टमी पर 7 हजार शिव भक्तों ने डुबकी लगाई। उधर 3 सितंबर से लेकर आज दोपहर तक मणिमहेश डल झील में डुबकी लगाने वालों की बात करे तो यह आंकड़ा 25 हजार तक पहुंच चुका है। धार्मिक दृष्टि से जन्माष्टमी के पावन अवसर पर मणिमहेश स्नान का बेहद महत्व माना जाता है। यही वजह है कि इसे छोटा न्हौण कहा जाता है।
1 से 2 इंच तक बर्फबारी हुई
जानकारी के अनुसार बीते कल मणिमहेश डल झील पर 1 से 2 इंच तक ताजा बर्फबारी हुई जिस वजह से वहां का तापमान शुन्य से नीचे चला गया लेकिन शिव भक्तों की आस्था का यह ठंड कम नहीं कर पाई। मौजूदा मणिमहेश यात्रा में अब तक जो लोग पवित्र स्नान कर चुके है उसमें वन एवं भू-राजस्व विभाग के प्रदेश सचिव ओंकार शर्मा का नाम भी शामिल है।
उन्होंने भरमौर से गौरीकुंड के बीच की यात्रा हेलीकॉप्टर के माध्यम से की। मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को भले मणिमहेश डल झील पर बर्फबारी हुई लेकिन इससे यात्रा में किसी प्रकार की बाधा पेश नहीं आई जिसके चलते यह यात्रा अब तक सामान्य रूप से चली हुई है। वीरवार दोपहर 2 बजे तक मणिमहेश झील तक 250, गौरीकुंड पर 250, सुंदरासी में 300, धनछो में 500, हड़सर में 100, भरमौर चौरासी मंदिर परिसर में 2500 व भरमाणी में 30 श्रद्धालु मौजूद थे।
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क्या कहते है एसडीएम भरमौर
एसडीएम भरमौर एम कुलबीर राणा का कहना है कि 3 सितंबर से आज दोपहर तक 25 हजार तक लोग मणिमहेश डल झील पर पहुंच कर स्नान कर चुके है और अभी तक यात्रा सुचारू रूप से चली हुई है। अगले कुछ दिनों में शिव भक्तों के इस आंकड़े में वृद्धि दर्ज होने की संभावना है।