बीजेपी mla janak raj की सुक्खू सरकार को चेतावनी। सरकारी अस्पतालों में लगाए गए चिकित्सा शुल्क को वापिस ले, वरना जन आंदोलन होगा। इसे गरीबों पर अन्याय और जनविरोधी कदम बताते हुए सरकार ने यह फैसला जल्द वापस लेने की मांग की है।
चंबा, ( विनोद ) : भरमौर-पांगी विधायक डॉक्टर जनक राज ने हिमाचल की सुक्खू सरकार के उस निर्णय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है जिसमें 5 जून से सरकारी अस्पतालों में पर्ची बनाने के लिए 10 रुपए का शुल्क देने के साथ अन्य स्वास्थ्य जांच करवाने के एवज में भारी भरकम शुल्क देना होगा। भाजपा विधायक जनक राज ने इस फैसले को जनविरोधी करार दिया है।
भरमौर-पांगी विधायक ने कहा कि यह अपने आप में पहली ऐसी सरकार है जो वोट पाने की खातिर चुनाव में लोगों को भ्रमित करने के लिए 10 गारंटी देने का राग अलापती है लेकिन सत्ता पर काबिज होते ही जनता पर आर्थिक बोझ डालने में किसी प्रकार की कोई कसर नहीं छोड़ती है। बीते अढ़ाई वर्षों में हिमाचल की जनता पर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की सरकार ने कई ऐसे फैसले थोपे है।
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उन्होंने कहा कि अब तो हद यह हो गई है कि सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने छिन्ने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। आज से सरकारी अस्पतालों में पर्ची बनाने के लिए 10 रुपए का शुल्क देना होता तो साथ ही ऐसे हेल्थ टेस्ट जो पहले मुफ्त में होते थे उनके लिए भी जनता को भारी भरकम शुल्क चुकाना होगा। हिमाचल की आर्थिक स्थिति को चिंताजनक स्थिति में पहुंचाने में सुक्खू सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है।
BJP MLA डॉ. जनक राज ने हिमाचल सरकार के खिलाफ हल्ला बोला और कहा कि जनता पर थोपे इस काले आदेश को लेकर जनता की आवाज बनने में वह कोई कसर नहीं छोडेंगे। गरीबों पर चिकित्सा टैक्स किसी सूरत में सहन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जनता की जेब पर वार करने वाले इस जन विरोधी निर्णय को वापस लो। जनता इसे हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी और ऐसा नहीं चलेगा। उन्होंने सुक्खू सरकार को अल्टीमेटम दिया कि जल्द से जल्द इस चिकित्सा टैक्स को वापिस नहीं लिया तो भाजपा जनहित में सड़कों पर उतर कर जन आंदोलन को अंजाम देने से गुरेज नहीं करेगी।