चंबा, ( विनोद ): 2 वर्ष बाद चंबा का ऐतिहासिक मिंजर मेला रविवार को विधिवत रूप से शुरू हुआ। हिमाचल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने ऐतिहासिक चंबा चौगान में मिंजर ध्वज फहराकर इसका शुभारंभ किया। नगर परिषद कार्यालय चंबा के परिसर से पिंक पैलेस के लिए मिंजर मेला शुभारंभ की शोभायात्रा निकली जिसमें राज्यपाल सहित स्थानीय विधायक, उपायुक्त चंबा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे।
मिंजर की प्राचीन परंपरा का निर्वहन करते हुए मुस्लिम समुदाय के मिर्जा परिवार के हाथों पिंक पैलेस में मौजूद भगवान रघुवीर को मिंजर अर्पित की गई तो साथ ही नगर के विभिन्न मंदिरों में मौजूद देवी देवताओं को भी मिंजर अर्पण की गई।
मेले के शुभारंभ की यह शोभायात्रा चंबा चौगान में पहुंचकर संपन्न हुई। ऐतिहासिक चंबा चौगान मैं राज्यपाल द्वारा संबोधन किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हिमाचल प्रदेश का गौरवशाली इतिहास और समृद्ध लोक परंपराएं प्रदेश की उन्नति और तरक्की में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
ये भी पढ़ें: चंबा में चिट्टा संग दो युवक धरे।
राज्यपाल के रूप में आर्लेकर का यह चम्बा जिले का पहला दौरा है और पिछले कई वर्षों के बाद राज्यपाल मिंजर मिला के शुभारम्भ अवसर पर चम्बा पहुंचे हैं। राज्यपाल ने कहा कि ऐतिहासिक मिंजर मेला की अपनी अलग पहचान है। ज़िला की समृद्ध लोक कला एवं संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन और सामाजिक सौहार्द को बनाए रखने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने मेले के सफल आयोजन में आधुनिकता के उचित समावेश पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि चंबा की समृद्ध लोक संस्कृति है। इस संस्कृति को पुरातन समय से लोगों द्वारा सहेजा जा रहा है। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि स्थानीय पारंपारिक लोक संस्कृति व सामाजिक सौहार्द को वे इसी तरह संरक्षित रखा जाना चाहिए। आर्लेकर ने ज़िला की प्रसिद्ध कलाकृति चंबा रुमाल और चंबा चप्पल का जिक्र भी किया।
उन्होंने कहा कि चंबा चप्पल और चंबा रुमाल को भौगोलिक संकेत (जीआई टैग) मिलने से चंबा को प्रसिद्धि मिल रही है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक मिंजर मेला को अंतरराष्ट्रीय मेला का दर्जा दिए जाने को लेकर प्रदेश सरकार आवश्यक कार्रवाई कर रही है। इससे पूर्व, राज्यपाल ने चंबा के पारंपरिक कुंजडी मल्हार गायन के बीच ध्वजारोहण कर मिंजर मेला का विधिवत शुभारंभ किया।
उन्होंने बाद में विभिन्न विभागों और सामाजिक संस्थाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का शुभारंभ और अवलोकन भी किया। मिंजर मेला आयोजन समिति की ओर से उपायुक्त एवं अध्यक्ष डीसी राणा ने राज्यपाल को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि समिति द्वारा रात्रि सांस्कृतिक संध्या में हर वर्ग की रुचि का ध्यान रखा गया है।