वनरक्षकों के 15 पदों के लिए 11800 दिखाऐंगे दमखम

वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया 5 वीडियों कैमरों व 2 CCTV कैमरों की निगरानी में आयोजित होगी

वन मंडल अधिकारी अमित शर्मा बोले 21 सितंबर से 8 अक्तूबर तक हर सुबह 8 बजे शुरू होगी ग्राऊंड प्रक्रिया

चंबा, 20 सितंबर ( रेखा शर्मा ): वनरक्षकों के 15 पदों के लिए आयोजित होने वाली भर्ती प्रक्रिया 5 कैमरों में कैद होगी तो साथ ही इस पूरी भर्ती प्रक्रिया पर 2 सी.सी.टी.वी. कैमरों की नजर रहेगी। इन पदों के लिए आयोजित होने वाली इस भर्ती प्रक्रिया में 11 हजार 800 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
वनरक्षकों के इन पदों के लिए प्राप्त हुए आवेदनों के आंकडों को ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने हर दिन 800 आवेदकों को ग्राऊंड प्रक्रिया में शामिल होने की व्यवस्था की है। वन मंडलाधिकारी चंबा अमित शर्मा ने इस बारे जानकारी देते हुए बताया कि 21 सितंबर से शुरू होने वाली यह भर्ती प्रक्रिया 8 अक्तूबर तक चलेगी और हर दिन सुबह 8 बजे इस ग्राऊंड प्रक्रिया शुरू होगी।
वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की तैयारियों को अंजाम देने में जुटे कर्मचारी।

वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की तैयारियों को अंजाम देने में जुटे कर्मचारी।

उन्होंने बताया कि यूं तो सभी आवेदकों को मोबाईल मैसेज, ईमेल व डाक के माध्यम से इस भर्ती प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई है लेकिन किन्हीं कारणों से अगर कोई आवेदक अपने निर्धारित दिन में आयोजित इस प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाता है तो ऐसे मामलों का निपटारा करने के लिए एक शिकायत निवारण कमेटी गठित की गई है।

वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के लिए तैनात कर्मचारी मैदान में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हुए।

ऐसे मामलों की सुनवाई उक्त कमेटी करेगी और वजह सही पाई जाने पर उक्त आवेदक भर्ती में शामिल हो सकेगा। इसके लिए अतिरिक्त से दो दिन निर्धारित किए गए है। वन मंडलाधिकारी चंबा ने बताया कि इस वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को कोविड की मौजूदगी में जारी दिशा-निर्देशों व पारदर्शिता के साथ अमलीजामा पहनाया जाएगा।
इसके लिए वन विभाग के 80 अधिकारियों व कर्मचारियों की तैनाती की गई है जिनमें चंबा जिला में मौजूद विभिन्न वन मंडलों के DFO सहित आर.ओ., बी.ओ. व वनरक्षक सहित शिक्षा विभाग के भी कुछ शारीरिक शिक्षा अध्यापक शामिल है।
उन्होंने बताया कि इस भर्ती प्रक्रिया के दौरान वन संपदा को सुरक्षित बनाने के लिए एक विशेष उड्न दस्ते का गठन किया गया है जो कि सादे कपड़ों में विभिन्न स्थानों पर गश्त करता रहेगा ताकि वन संपदा को कोई चुराने की चेष्टा न कर सके।
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