no road no vote Salooni : लोकसभा चुनाव बायकॉट करने की भडेला के चार गांव के 90 परिवारों ने घोषणा की। गांवों सड़क, स्वास्थ्य व उच्च शिक्षा को तरस रहे। यही वजह है कि ग्रामीणों ने यह कड़ा फैसला लिया है।
भडेला, ( कुलदीप भारद्वाज ): जिला चंबा के विधानसभा क्षेत्र डल्हौजी(dalhousie) की ग्राम पंचायत भड़ेला के चार गांवों में रहने वाले करीब 90 परिवारों ने लोकसभा(Lok Sabha) चुनाव में मतदान न करने का फैसला लिया है। लोगों ने यह निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि अभी तक इन गांवों को सड़क व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधा मुहैया नहीं हुई है। प्राथमिक शिक्षा(Education) से आगे की शिक्षा पाने को हर दिन 10 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है।
भडेला पंचायत के दायरे में आने वाले गांव भुंदडोता, डंडीयाली, पुखरोग व शिपीयाड़ा को सड़क सुविधा के लिए तरसना पड़ रहा है। बुधिया राम, रमेश चौहान, सावित्री, मान सिंह ठाकुर, कुलदीप कुमार, कविता, मान सिंह, गुरदेव, सुमन, पवन चौहान, अंजू चौहान, कृष्णा, रंजना, रतन पठानिया, लेहरू राम, राम दयाल, राम चंद व मीर चंद का कहना है कि उनके गांवों में करीब 25 वर्ष पहले प्राथमिक स्कूल भंदलोता खोला गया था लेकिन अभी तक उसे स्तरोन्नत नहीं किया गया है।
पांचवीं से आगे की शिक्षा पाने को गांवों के बच्चों को हर दिन 10 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करते हैं। स्वास्थ्य सुविधा के लिए 7 किलोमीटर दूर डियूर तो आंगनबाड़ी की सुविधा भी 7 किलोमीटर दूरी बूचू नाला में है। गांवों से सड़क तक पहुंचने के लिए 2 से 3 घंटे पैदल चलने के लिए मजबूर होना पड़ता है। ऐसे में अगर इन गांवों को कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो उसे पीठ पर उठा कर यह दूरी तय करके सड़क तक पहुंचने के बाद एंबुलेंस सुविधा मुहैया हो पाती है।
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यह बात ध्यान में लाई गई है जिसके चलते एक टीम को उक्त गांव भेजा जाएगा ताकि वह लोगों से बात करके उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने के लिए आग्रह करेगी। लोकतंत्र(Democracy) के मतदान करके लोग अपनी आवाज को बुलंद कर सकते है। ऐसे में भड़ेला पंचायत के उपरोक्त गांव वासियों से यह आग्रह है कि वे अपने मताधिकार का अवश्य प्रयोग करे।
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